किरण खेर (Kirron Kher), भारतीय सिनेमा और टेलीविजन की जानी-मानी शख्सियत, ने हाल ही में अपनी जिंदगी के एक मुश्किल दौर का खुलासा किया है। उन्हें 2020 में मल्टीपल माइलोमा, एक गंभीर रक्त कैंसर, का सामना करना पड़ा। इस चुनौतीपूर्ण समय में भी, उन्होंने “India’s Got Talent” जैसे शो की मेज़बानी करके अपनी जिम्मेदारियों को नहीं छोड़ा।
संघर्ष की कहानी: हिम्मत और उम्मीद
किरण ने बताया, “मैं अभिनय नहीं कर रही थी, बल्कि मैंने ‘India’s Got Talent’ की मेज़बानी की। चंडीगढ़ में रहने के बावजूद, मैंने शो के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई।” उनका मानना है कि कैंसर का इलाज खुद बीमारी से भी अधिक कठिन था। पहले छह से आठ महीने बेहद कठिनाइयों भरे रहे, लेकिन उन्होंने इसे भगवान के हवाले कर दिया।
“हम अक्सर सोचते हैं कि हम अपने जीवन पर नियंत्रण रखते हैं, लेकिन असल में यह दिव्य शक्ति है जो हमें मार्गदर्शन करती है,” उन्होंने कहा। यह उनके संघर्ष की कहानी है, जो हमें सिखाती है कि हिम्मत और सकारात्मकता से हर चुनौती का सामना किया जा सकता है।
करियर की ऊँचाइयाँ: किरण की अद्भुत यात्रा
किरण खेर का करियर 1983 में पंजाबी फिल्म “आसरा प्यार दा” से शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने “देवदास”, “मंगल पांडे: द राइजिंग”, और “ओम शांति ओम” जैसी कई हिट फिल्मों में यादगार भूमिकाएँ निभाईं। इसके अलावा, वह 2009 से “India’s Got Talent” को होस्ट कर रही हैं, जिसने उन्हें और भी लोकप्रियता दिलाई।
जीवन की सीख: किरण खेर से प्रेरणा
किरण खेर की कहानी हमें यह प्रेरणा देती है कि जिंदगी में कठिनाइयाँ आना स्वाभाविक है, लेकिन हमें अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते रहना चाहिए। उनका साहस और दृढ़ता हर किसी के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल है।
निष्कर्ष
किरण खेर का कैंसर के खिलाफ संघर्ष एक प्रेरणा है। उनकी कहानी हमें याद दिलाती है कि संघर्ष और उम्मीद हमेशा हमारे साथ होते हैं। अगर आप भी किसी चुनौती का सामना कर रहे हैं, तो किरण खेर की इस अद्भुत यात्रा से प्रेरणा लें और आगे बढ़ें—क्योंकि हर अंधेरे में एक उम्मीद की किरण होती है।