Chhaava Movie Scenes: विक्की कौशल (Vicky Kaushal) की फिल्म ‘छावा’ (Chhaava) सिनेमाघरों में तहलका मचा रही है। जानते हैं उन दमदार सीन्स के बारे में, जो दर्शकों को झकझोर कर रख देंगे।
Vicky Kaushal की फिल्म ‘Chhaava’ में जबरदस्त एक्शन और इमोशन्स का तड़का
विक्की कौशल (Vicky Kaushal) और रश्मिका मंदाना (Rashmika Mandanna) की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘छावा’ (Chhaava) ने सिनेमाघरों में शानदार एंट्री की है। मराठा साम्राज्य के महान योद्धा छत्रपति संभाजी महाराज (Chhatrapati Sambhaji Maharaj) के जीवन पर आधारित इस फिल्म में उनके शौर्य, बलिदान और वीरता की दास्तान को दमदार अंदाज में पेश किया गया है। निर्देशक ने मराठा इतिहास के गौरवशाली पलों को स्क्रीन पर जीवंत कर दिया है। आइए, नजर डालते हैं उन 5 सीन्स पर, जो दर्शकों को सीट से खड़े होकर तालियां बजाने पर मजबूर कर देंगे।
1. जब संभाजी महाराज को दी गई क्रूर सजा
फिल्म का सबसे डरावना और झकझोर देने वाला सीन वह है, जब औरंगजेब (Aurangzeb) के आदेश पर छत्रपति संभाजी महाराज को अमानवीय यातनाएं दी जाती हैं। औरंगजेब चाहता था कि उनकी चीखें दूर-दूर तक सुनाई दें, लेकिन महाराज अपने अटूट साहस के कारण एक उफ तक नहीं करते। यह दृश्य दर्शकों को अंदर तक हिला देगा।
2. अपनों का विश्वासघात
संभाजी महाराज को तब सबसे बड़ा झटका लगता है जब उनके ही कुछ करीबी लोग उनके खिलाफ षड्यंत्र रचते हैं और उनके गुप्त योजनाओं को औरंगजेब तक पहुंचा देते हैं। यह सीन बेहद इमोशनल है, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देगा कि कैसे लालच और भय के कारण लोग अपने ही राजा के साथ विश्वासघात कर सकते हैं।
3. जब संभाजी महाराज ने औरंगजेब के खिलाफ किया युद्ध का ऐलान
फिल्म में एक ऐसा दमदार सीन है, जब संभाजी महाराज औरंगजेब के अत्याचारों के खिलाफ युद्ध का ऐलान करते हैं। उनके जोशीले शब्द – “शेर का छावा कभी कुत्तों के पिल्लों से डरकर भागता नहीं!” – के साथ बैकग्राउंड में गूंजता युद्ध का संगीत, थिएटर में बैठे दर्शकों के रोंगटे खड़े कर देगा।
4. महाराज पर किए गए भयानक अत्याचार
फिल्म के क्लाइमैक्स में दिखाया गया है कि औरंगजेब किस तरह महाराज पर क्रूरतम अत्याचार करता है। पहले उनके नाखून उखाड़े जाते हैं, फिर घावों पर नमक लगाया जाता है और अंततः उनकी आंखें निकाल दी जाती हैं। यह दृश्य न केवल दिल दहला देने वाला है बल्कि दर्शकों की आंखों में आंसू भी ले आएगा।
5. जब महाराज को दिखता है अंधकारमय बचपन
फिल्म में दिखाया गया है कि छत्रपति संभाजी महाराज को बार-बार उनका कठिन बचपन याद आता है। वह अपनी मां की ममता के लिए तरसते रहते हैं, जिसे उन्होंने कभी महसूस नहीं किया। यह इमोशनल सीन दर्शकों की आंखें नम कर देगा।
Chhaava में एक्शन, इमोशन और इतिहास का ऐसा संगम है, जो दर्शकों को बांधकर रखता है। विक्की कौशल की दमदार परफॉर्मेंस और फिल्म के जबरदस्त सिनेमेटोग्राफी ने इसे एक मास्टरपीस बना दिया है।