विजय वर्मा और ट्रोलिंग का असर: बॉलीवुड अभिनेता विजय वर्मा ने हाल ही में इंटरनेट पर ट्रोल्स और नकारात्मक टिप्पणियों के प्रभाव के बारे में अपनी राय साझा की। द इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए एक इंटरव्यू में विजय ने खुलासा किया कि ऑनलाइन ट्रोलिंग अक्सर पैसे देकर करवाई जाती है। उन्होंने इस प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की और इसे रोकने की आवश्यकता पर जोर दिया। विजय का मानना है कि कई बार निर्दोष लोग इन ट्रोल्स की टिप्पणियों को सच मान लेते हैं, जबकि इनमें से कई टिप्पणियाँ प्रायोजित होती हैं। विजय ने कहा, “मुझे सबसे ज्यादा चोट तब लगती है जब लोग इन फेक और प्रायोजित टिप्पणियों को सही मान लेते हैं। यह एक ऐसी समस्या है जिसे जल्द से जल्द हल किया जाना चाहिए।”
विजय का कहना है कि पहले जब कोई फिल्म रिलीज होती थी, तो लोग उस पर चर्चा करते थे और दोस्त आपस में बहस करते थे, लेकिन तब हमें अपनी राय रखने के लिए कोई बड़ा मंच नहीं था। अब सोशल मीडिया के दौर में हर किसी के पास मंच है, जहां लोग जो चाहे कह सकते हैं। लेकिन जब टिप्पणियाँ पैसे देकर करवाई जाती हैं, तो यह वाकई चिंताजनक है, और इसे रोका जाना चाहिए।
विजय वर्मा का करियर सफर
विजय वर्मा ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘चितगाँग’ (2012) से की थी। इसके बाद उन्होंने ‘पिंक’ (2016), ‘मॉनसून शूटआउट’ (2017), ‘गली बॉय’ (2019), और ‘सुपर 30’ (2019) जैसी फिल्मों में काम किया। हाल ही में, विजय ने ‘डार्लिंग्स’ (2022), ‘लस्ट स्टोरीज़ 2’ (2023), ‘जाने जान’ (2023) और ‘मर्डर मुबारक’ (2024) जैसी फिल्मों में भी अपनी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता।
विजय को हाल ही में अनुभव सिन्हा की क्राइम-थ्रिलर सीरीज ‘IC 814: द कंधार हाइजैक’ में देखा गया, जिसमें उनके साथ नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, अरविंद स्वामी, दीया मिर्जा, पतालेखा पॉल, मनोज पाहवा और कुमुद मिश्रा जैसे प्रमुख कलाकार नजर आए।
विजय वर्मा की आगामी फिल्में
विजय वर्मा जल्द ही तमिल फिल्म ‘सूर्या 43’ में नजर आएंगे, जिसमें मुख्य भूमिका में सूर्या होंगे। फिल्म का निर्देशन सुधा कोंगरा ने किया है, जो इससे पहले ‘सूररई पोटरु’ जैसी हिट फिल्म बना चुकी हैं। इस फिल्म में दुलकर सलमान और नज़रिया फहाद भी महत्वपूर्ण किरदारों में होंगे।
विजय वर्मा का मानना है कि ट्रोलिंग एक गंभीर समस्या है, खासकर तब जब इसके पीछे कोई वित्तीय लाभ हो। सोशल मीडिया पर फैल रही इस नकारात्मकता को रोकने के लिए कदम उठाना जरूरी है। विजय अपनी अदाकारी के साथ-साथ समाजिक मुद्दों पर भी खुलकर बात करते हैं, जो उन्हें एक संवेदनशील और जागरूक कलाकार बनाता है।