Blogger Custom Domain और ब्लॉग्स्पॉट ब्लॉग को सेटअप करना काफी आसान हैं। हालांकि Google इसके बारें में डिटेल्ड तकनीकी डॉक्यूमेंटेशन प्रदान करता हैं। मैंने ये जाना हैं कि महज कुछ प्रतिशत ब्लॉगर ही अपने ब्लॉग्स पर ब्लॉगर कस्टम डोमेन का उपयोग करते हैं।
केवल 60% ब्लॉगर्स ही अपने डोमेन का इस्तेमाल करते हैं जबकि 40% तो वो ब्लॉग्स्पॉट के कस्टम फील्ड की शत प्रतिशत संभावनाओ से अंजान होते हैं। जब डोमेन नाम डाला जाता हैं तो हम अपने आप ही www. CNAME (Canonical Name) को ब्लॉगर पर जो होस्टेड वेबसाइट नहीं हैं, उस पर जोड़ देते हैं। उसके बाद आपकों मैटेरियल के बारें में समझ आ गई होगी और उसकी approach की भी जानकारी मिल गई होगी।
यदि आपका ब्लॉगर ब्लॉग www शामिल नहीं करता हैं लेकिन फिर भी वो आपके ब्लॉग पर सफलतापूर्वक redirect हो जाता हैं तो आप उन 60% भाग्यशाली लोगों में से एक हैं अन्यथा आप कस्टम ब्लॉग्स्पॉट डोमेन की पूर्ण क्षमता को बेकार कर रहें हैं। आपके ब्लॉग को खोलने के लिए आपकों अपने डोमेन name में www को जरूर जोड़ना चाहिए। आपके डोमेन रजिस्ट्रार का होमपेज शायद दिख सकता हैं। यह अनाकर्षक दिखाई देता हैं और आपके उद्देश्य को पूरा नहीं करता हैं।
चलिए इस पर एक नजर डालते हैं:
1. उन ब्लॉग्स पर जो आपकी पसंद के ब्लॉग प्लेटफॉर्म पर होस्ट होते हैं उनमें कस्टम डोमेन जोड़ना।
2. Naked Domain Issue जो अभी तक addressed नहीं हुए हैं उन्हें सुलझाना
Blogspot ब्लॉग पर कस्टम डोमेन को सेट करते समय दो मुख्य चीजों का ध्यान रखना जरूरी होता हैं, और DNS मैनेजमेंट पैनल में आने वाले स्टेप्स के बारें में हम नीचे बात करने वाले हैं।
1. CNAME Record बनाना
2. Incorporating A-Rods
Blogger Blog में Custom Domain Add करना
कस्टम फील्ड को सेट करने के लिए Domain name रजिस्ट्रार से Custom डोमेन खरीदिए। जैसेकि SEO के लिए डोमेन name काफी महत्वपूर्ण हैं तो आपकों उसे खरीदने से पहले कुछ चीजों के बारें में ध्यान रखना जरूरी हैं। डोमेन नेम खरीदने के बाद अपने ब्लॉगर डैशबोर्ड में जाइये और इन स्टेप्स को फॉलो कीजिए।
Step 1: Settings बटन पर क्लिक कीजिए

Step 2: पेज को नीचे की तरफ स्क्रोल करके आप पब्लिशिंग सेक्शन पर जा सकते हैं
Step 3: अब drop-down मेन्यू में से डोमेन name चुनिए
Step 4: अब जो डोमेन नाम आपने चुना हैं अब उसे डालिए
यदि आपके पास कोई कस्टम डोमेन नहीं है, तो पहले डोमेन खरीदना पड़ेगा।

Step 5: Save बटन पर क्लिक करने के साथ ही आप CNAMEs को जनरेट कर पाएंगे।
Step 6: अगर कही भी कोई गलती होती हैं तो सिस्टम आपके डोमेन नाम प्रोवाइडर को CNAME सेटिंग करने के लिए कहेगा। ये दो CNAME वैल्यू जनरेट करता हैं जिनमे से पहला कॉमन CNAME वैल्यू होता हैं जबकि दूसरा यूनिक CNAME वैल्यू होता हैं। उसके बाद के हिस्से में आपकों ये CNAME सेटिंग्स डालना होता हैं।

Step 7: आप इन DNS सेटिंग को डोमेन name प्रोवाइडर जैसेकि Namecheap या Godaddy का इस्तेमाल करके एडिट कर सकते हैं।
Step 8: डोमेन नाम प्रोवाइडर की DNS सेटिंग को ढूंढिए
Step 9: Host और Point या Target Values को add कीजिए
Step 10: स्टेप 10 के फर्स्ट स्टेप में रिकॉर्ड को add करना (ये सभी कॉमन हैं)
- हर एक रिकॉर्ड में चार गाने होंगे। इसकी जगह Google’s IP एड्रेस डालिए।
- सिंबल @ सभी रिकॉर्ड की होस्ट वैल्यू में add करना चाहिए।
- नीचे बताए गए IPs को पॉइंट वैल्यू में एक-एक करके जोड़िए।
216.239.32.21
216.239.34.21
216.239.36.21
216.239.38.21
Step 11: CNAME अब अपडेट हो चुका हैं
- Name: www.google.com Destination: ghs.google
- हर ब्लॉग का यूनिक CNAME होता हैं
Naked Domain Redirect त्रुटि
कुछ ब्लॉगर्स चार A-Records और दो CNAME को अपनी साइट में जोड़ने में असफल रह जाते हैं। इसका परिणाम ब्लॉग विज़िटर्स में 40% की कमी और रैंकिंग में धीमी गति से वृद्धि होना होता हैं।
अगर आपकों लगातार ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं तो आप उसके लिए नजदीकी टेक्निकल विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं। web.com उदाहरण के लिए सबसे ज्यादा विजिट की जाने वाली वेबसाइट हैं फिर भी केवल 40% विज़िटर्स ही यहां तुरंत पहुंच जाते हैं। इसका परिणाम ये हैं कि Blogger/Blogspot को bare domains के साथ मुश्किल होती हैं।
Naked Domain Error को ठीक करें
अब पूरी कार्यवाही करने के बाद अपनी वेबसाइट में कस्टम डोमेन को add करने से पहले आपकों कम से कम एक या दो घन्टे का इंतजार करना होगा। Redirect Domain का विकल्प आपके लिए उपलब्ध हैं। ग्रे बटन को ग्रीन करने के लिए इसे दबाकर रखिए। इस तरह ही आप अपनी वेबसाइट के रूट डोमेन को top-level डोमेन में बदल सकते हैं। Naked Domain issue अब सुलझ चुका हैं तो अब आप Blogger Custom Domain को सेटअप कर सकते हैं।

निष्कर्ष
वेब डेवलपमेंट के संदर्भ में, शुरुआत करने के लिए ब्लॉगर एक बेहतरीन जगह हैं। ब्लॉगर एक सिंपल कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (CMS) हैं और ब्लॉग को सेटअप करने एवं लिखना शुरू करने के लिए पहला स्टेप हैं। टेम्पलेट्स पहले से ही customization के लिए इंस्टॉल होते हैं लेकिन अगर आप और भी आकर्षक डिज़ाइन चाहते हैं तो Google पर Blogger Templates को ढूंढिए और आप उसके बदले में ढेर सारे मुफ्त और उत्तरदायी टेम्पलेट्स मिलते हैं।
जब आप Blogger प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं तो आपको वेब होस्टिंग या ट्रैफिक spikes के बारें में चिंता करने की कोई आवश्यकता नही होती हैं। Blogger Google के टॉप इंफ्रास्ट्रक्चर पर बना हुआ हैं। अगर आपकी वेबसाइट पर काफी ज्यादा bad ट्रैफिक आता हैं तो Google अपने आप आपकी साइट को exclude कर देता हैं। ब्लॉगर के द्वारा होस्टेड वेबसाइट पूरी तरह सुरक्षित होती हैं।