जब भी आप अपनी कोई वेबसाइट बनते है भले वो किसी भी काम के लिए हो, उस साइट से आपका हमेशा एक ही मकसद होता है उनलोगों तक पहुंचना जिनके पास आप सीधे न जा सकते है, अब या तो वो किसी दूसरे शहर में रहते है या फिर किसी दूसरे देश में। जितने ज्यादा लोगो तब आपकी वेबसाइट को ले जायेगे उतना ही जायदा लोग आपके ब्रांड को जानेगे और आपके प्रोडक्ट या सर्विस की तरफ आकर्षित होंगे।
ये तभी संभव होगा जब ज्यादा से ज्यादा लोग आपके वेबसाइट पे आएंगे। अब वो आएंगे कैसे? इसके दो रस्ते हो सकते है, या तो कोई आपके वेबसाइट के बारे में उनको बताये, या आप उन तक अपनी वेबसाइट को पहुचये।
अब यहाँ पे जो पहला तरीका है वो काम आपके लिए सर्च इंजिन करता है जैसे गूगल। जब भी कोई वक्ती कोई सवाल पूछता है या कुछ ढूंढता है, तब सर्च इंजिन आपके साइट को सामने दिखा देता है और लोग वहां पे क्लिक करके आपके साइट पे एते है, इस ट्रैफिक को बोलते है आर्गेनिक ट्रैफिक। अब जो इसका दूसरा पहलु है उसमे आपको अपने साइट के बारे में लोगो को बताना पड़ता है, जिसके लिए आपको किसी सर्विस को पैसे देने परते है तो वो पेड ट्रैफिक कहलाता है।
Blog Traffic के प्रकार
अब यहाँ से आपलोगो को ये पता चल गया होगा ट्रैफिक लाने (अपनी साइट पे लोगो को लाना) के हमेशा दो रस्ते होते है:
- पेड ट्रैफिक
- आर्गेनिक ट्रैफिक
जाहिर है आपने दोनों के बारे में पहले भी सुना होगा, लेकिन ये दोनों ट्रैफिक को लाने के कुछ ऐसे भी तरीके है जो आपने नहीं सुना होगा। मैं आज आपको जो 10 तरीके बताने वाला हूँ उसमे दोनों तरह के ट्रैफिक सिस्टम के बारे में बताया गया है, आशा करता हूँ ये आपको अच्छा लगेगा।
चाहिए पहले जल्दी से जान लेते है पेड और आर्गेनिक ट्रैफिक का मतलब क्या होता है.
पेड ट्रैफिक: जैसे की नाम से समझ में आ रहा है वैसा ट्रैफिक जिसमे पैसा देने परते है, जी है जो ट्रैफिक किसी न किसी पेड सोर्स के जरिये आपकी वेबसाइट पे आती है उसको पेड ट्रैफिक बोलते है।
आर्गेनिक ट्रैफिक: गूगल या किसी अन्य सर्च इंजन में जब तक आपका वेबसाइट रैंक करता है, और उसके जरिये आपके साइट पे ट्रैफिक आती है उसे आर्गेनिक ट्रैफिक कहा जाता है।
अब जब हम ट्रैफिक लाने के रहस्यों के बारे में आपको बताने जा रहे है तो जाहिर है कुछ अनोखा होगा और थोड़ा अलग भी। रहस्मय ट्रैफिक लाना मतलब ट्रैफिक जल्दी से जल्दी आना तो इसका ये मतलब नहीं है की चुटकी बजाई और ट्रैफिक आ गया।
1. सोशल मीडिया प्रमोशन
क्या आपने कभी सोशल मीडिया मार्केटिंग के जरिये अपने वेबसाइट पे ट्रैफिक लायी है? आपने Social Media प्लेटफॉर्म्स के बारे में जरूर सुना होगा, रोज उसका इस्तेमाल भी करते होंगे। जी है आप प्रतिदिन Social Media साइट को उपयोग कर रहे है जैसे की Facebook, Twitter, Instagram, tiktok।
क्या आपने कभी ये सोचा है की इन सभी Social Media प्लेटफॉर्म के जरिये अपनी साइट पर मनचाहा ट्रैफिक लाया जा सकता है। जी हाँ दोस्तों इन सभी प्लेटफार्म पे जीतने ज्यादा यपयोगकर्ता है, उससे कही ज्यादा बेहतरीन इनका प्रमोशन का तरीका है।
आजकल Social Media Marketing एक बहुत ही Powerful तरीका बन गया है ट्रैफिक लाने के लिए। हम में से ज्यादा तर लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल बस मनोरंजन के लिए करते आये है, जबकि असल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स इतने ज्यादा पॉवरफुल है की किसी भी साइट या ब्रांड को रातों रात ट्रैफिक लाया जा सकता है। इसका सबसे बड़ा कारण हमारा-आपका आदत है जी ह आपने सुना। आजकल हम और आप अपने लाइफ का एक अहम् हिसा सोशल मीडिया पे बिता रहें है।
जब आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पे आपने ऐड चलते है, तो उस पे रिजल्ट बाकि पेड ऐड के मुकावले ज्यादा जल्दी आता है और इसका कारण मैंने आपको ऊपर के लाइन में बताया है।
सोशल मीडिया पे ऐड चलने का दूसरा फायदा यह भी है की ट्रैफिक के साथ साथ आपको अपने ब्रांड का भी प्रमोशन हो जाता है, आपके सोशल मीडिया अकाउंट के लोग फॉलोवर भी बन जाते है। सोशल मीडिया में पोस्ट को शेयर करने का भी ऑप्शन मिलता है जिससे आपको और जायद ट्राफिक मिल जाता है।
आइये अब जानते है वो कौन से मुख्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जिनका इस्तेमाल आप ट्रैफिक लाने के लिए कर सकते है: जैसे : Facebook Ads, Instagram Ads, LinkedIn Ads, Twitter Ads।
मैं आपको यह ये नहीं बताउगा की पेड ऐड कैसे बनाते है, मैं आपको कुछ ऐसे बेहतरीन tips दूंगा जिनका इस्तेमाल कर के आप मन चाहा ट्रैफिक ला सकते है।
क्या आप Social Media Marketing के लिए तैयार हैं? तो चलिए जानते हैं कुछ ऐसे बेहतरीन tips जो की आगे चलकर आपके बहुत काम आने वाले हैं.
जैसे की आप सब जानते है ब्लॉग लिखते समय कंटेंट प्लानिंग की जरूरत होती है, वैसे ही Social Media में Content Planning की बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है। ऐड बनाते समय अपने नीच के हिसाब से ऑडियन्स को जो पसंद आता है उसी तरह के कंटेंट का इस्तेमाल करे।
दुसरे पेड टूल्स की तरह ही Social Media में भी आपके Content की demand सबसे ज्यादा है। इसलिए ये हमेशा ध्यान दीजिये की आपका content बेहतर हो और साथ ही images, videos, info-graphics का भी इस्तमाल किया गया हो। ऐसा करने से आपका content को और भी ज्यादा आकर्षक बन जाता है ।
Social Media की मदद से आप अपने अपने ऐड को अपने तरगेट ऑडियंस के बिच में उनके पसंद के हिसाब से दिखा सकते है । तो हमेसा कोशिश करे जितना ज्यादा से जायद तरगएटेड लोगो तक पहुंचने का। ऐसा करने से हो सकता है तरगएटेड लोगो की संख्या काम होगी लेकिन रिजल्ट (ट्रैफिक) 80 से 90 % मिलेगा ।
जब भी आप कोई ऐड चलते है, तो हमेसा कोशिश करे की आप उसे लम्बे समय तक चलते रहे भले ही आप अपना प्रतिदिन की खर्च सीमा काम दे। लम्बे समय तक जब एक ही ऐड आपके टार्गेटेड ऑडियंस को दिखाई देगा तो उनका इंट्रेस्ट भी जागेगा। पहले बार में जितने लोगो ने स्किप किया था वो सभी दूसरी या तीसरी बार में एक बार जरूर आएंगे।
कोशिश ये भी करे की सोशल मीडिया में ऐड तीनों फॉर्मेट में एक साथ चलाये जैसे टेक्स्ट , इमेज और वीडियो। ऐसा करने से फायदा ये होगा की सोशल मीडिया पे हर तरह के लोग होते है, किन्ही को टेक्स्ट पसंद होता है तो कोई फोटो पसंद करता है, जबकि एक ग्रुप ऐसा भी है जो सिर्फ वीडियो में मजे लेते है। तो आपका अगर आपका ऐड तीनों फॉर्मेट में एक साथ चलेगा तो कोई भी छूट नहीं पायेगा।
2. पे पर क्लिक (Google Adwords)
Google AdWords आपके ट्रैफ़िक को बढ़ाने के लिए एक बेहतरीन उपकरण है। कई वर्षों से लगातार Adwords पेड ट्रैफिक लाने में नंबर एक पर रहा है। AdWords Google का उपकरण है, इसलिए यह ट्रैफ़िक लाने के लिए अन्य टूल की तुलना में अधिक कुशल है। ऐसी साइटें जिनके पास ऑर्गैनिक ट्रैफ़िक नहीं होती है, वे अपने विज्ञापनों को उच्च-मात्रा वाले कीवर्ड पर चला कर अच्छा ट्रैफ़िक प्राप्त करते है।
अगर Google Adwords का आप सही से एस्तेमाल करते है तो यह बहुत ही किफायती हो सकता है। हालाँकि, कुछ लोगों के लिए यह बहुत महंगा भी साबित होता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इसका उपयोग ही न करे।
Google Adwords क्या है? इसे परिभाषित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। जो कोई भी वेबसाइट या ब्लॉगिंग का उपयोग करता है, वह AdSense और AdWords की आवश्यकताओं को जानता होगा। आज, मैं आपको Google Adwords के कुछ तरीके बताऊंगा, जिसके माध्यम से आप अपनी साइटों पर सर्वोत्तम ट्रैफ़िक ला सकेंगे।
सबसे पहले, आपको अपने कीवर्ड्स को सावधानी से चुनना होगा। यह बहुत जरूरी है जिसमें आप जितना अधिक समय देंगे, परिणाम उतने ही बेहतर होंगे। आपको उन कीवर्ड को खोजना होगा जो अधिक सर्च किए जाते हैं, जितना अधिक मात्रा का आपका कीवर्ड होगा उतना ही अधिक ट्रैफ़िक आपको मिलेगा।
कीवर्ड कैसे खोजते है ये मैं आपको नहीं बताऊँगा, मुझे पता है आप सब ये पहले से जानते है, कीवर्ड खोजते समय आपको दो बातों का ध्यान रखना होगा।
a) सकारात्मक कीवर्ड के साथ, आपको नकारात्मक कीवर्ड पर भी शोध करना चाहिए (नकारात्मक कीवर्ड ऐसे शब्द हैं जिनके परिणाम आपकी खोज पर दिखाई नहीं देते हैं)। ऐसा करने से, आपका सीटीआर अच्छा होगा जो आपको बेहतर परिणाम दिलाने में उपयोगी साबित होगा।
b) कीवर्ड पर शोध करते समय, आपको सीपीसी का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, यह आपको ये बताता है कि आपको प्रति क्लिक कितना पैसा देना होगा। इसलिए जब भी आप कीवर्ड पर रिसर्च करें, तो इसका ध्यान रखें और कोशिश करें कि अगर आपके मुख्य कीवर्ड का सीपीसी ज्यादा हैं, तो दूसरे कीवर्ड इसके विकल्प के रूप मे इस्तेमाल करें।
जब भी Google Adwords की बात करते है तो PPC को मुख्य रूप से देखा जाता है, इसका उपयोग कर के आप आपने पैसे पे नियंत्रण रख सकते है। मेरा मानना है जब भी Google Adwords का उपयोग करे PPC को हमेशा अपने बजट के हिसाब से सेट करे।
अगर आपका गूगल ऐड आपके बिज़नेस से संबंधित हो तो call to action का उपयोग करना न भूले, ये आपको ट्रैफिक क साथ ही साथ डायरेक्ट लीड भी लाकर देगा।
जब भी आप कोई ऐड बनाते है तो हमेसा इस बात का धयान रखें की आपको हमेशा एक से ज्यादा ऐड campaning बनाने है। ये आपको आपके ऐड की A B टेस्टिंग करने में मदत करेगा और बेहतर रिजल्ट्स लाकर भी देगा।
3. ईमेल मार्केटिंग
पेड ट्रैफिक की सूची में अगला नंबर है ईमेल मार्केटिंग का। डिजिटल मार्केटिंग की दुनिया में सबसे पुराना मार्केटिंग का तरीका है ईमेल। बड़े बड़े ब्रांड संगठन अपना विकास करने के लिए इसका उपयोग कर रहे हैं।
ईमेल मार्केटिंग आज के युग मे कारगर नहीं है, बहुत से लोगों को ऐसा लगता है। ईमेल मार्केटिंग आज उतनी अच्छी नहीं है, जितना कि पुराने दौर में हुआ करती थी। क्या यह वास्तव में सच है ? या फिर यह धारणा है कि कुछ लोग जानबूझकर नए डिजिटल मार्कटर के दिमाग में बैठा रहे हैं।
मेरा मानना है कि ईमेल मार्केटिंग आज भी उतनी ही उपयोगी है जितनी पहले हुआ करती थी, बस कुछ तथ्य हैं जिनका इस्तेमाल करना होगा, पुराना फंडा अब काम नहीं करेगा।
मुझे आपको यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि ईमेल क्या है, आप सभी को इसके बारे में पता होगा। मैं आपको आज ये बताऊँगा ईमेल मार्केटिंग इतना जरूरी क्यू है। जिस तरह से आपके घर या कार्यालय का पता आपकी उपस्थिति को बताता है, उसी तरह ईमेल डिजिटल दुनिया में आपका स्थाई पता है।
जिस तरह बार-बार पता नहीं बदलता है, उसी तरह ईमेल भी नहीं बदलता है या लोग नहीं बदलते हैं। डिजिटल दुनिया में, आप हर जगह ईमेल का उपयोग करते हैं। आप अपने मोबाइल का उपयोग भी ईमेल के बिना नहीं कर सकते। कुल मिलाकर, अगर यह कहा जाए कि ईमेल किसी तक पहुंचने का मुख्य रास्ता है, तो यह गलत नहीं होगा।
अब आप समझ गए होंगे कि डिजिटल दुनिया में प्रवेश करने के लिए ईमेल कितना महत्वपूर्ण है, यही कारण है कि ईमेल मार्केटिंग पहले भी सबसे अच्छा था और आज भी इसका उपयोग से उतना ही फायदा है।
यदि आप उपरोक्त चित्र में देखे हैं, तो ब्रायन डीन की ये साइट बैकलिंको का एक स्क्रीन शॉट है, जिसमें साइट के होम पेज पर सबसे पहले ईमेल सदस्यता फॉर्म खुल जाता है। अब ब्रायन डीन को कौन नहीं जनता तो उनको ईमेल की क्या जरूरत।
तो दोस्तों, ब्रायन डीन का उदाहरण देखकर आप ये समझ गए होंगे कि ईमेल कितना महत्वपूर्ण है और ईमेल मार्केटिंग के माध्यम से ट्रैफ़िक कितना जायद आता होगा।
तो आइए जानते हैं ईमेल मार्केटिंग के कुछ मुख्य तत्व जिनके इस्तेमाल से आप अपने ब्रांड के साथ-साथ अपना ट्रैफिक और इनकम भी बढ़ा सकते हैं।
पहली बात, जो लोग ईमेल मार्केटिंग का मतलब अभी भी बल्क ईमेल समझ रहे हैं, मैं उन्हें बता दूं, भाइयों लोग स्मार्ट हो गए है, ये चीजें अब काम नहीं करती हैं। अगर आप बल्क ईमेल मार्केटिंग का उपयोग करके लीड पाना चाहते है, तो भूल जाइए अब सायद ये काम न करे।
ईमेल मार्केटिंग करने के लिए सबसे पहले आपको अपने नीच या टॉपिक मे रुचि रखने वाले लोगो की लिस्ट चाहिए होगी, जिनको ईमेल के जरिये आप आपने संदेस भेज कर ट्रैफिक लाएंगे। ये ईमेल लिस्ट को आप खरीदने की गलती न करे, ये आपको खुद बनाना पड़ेगा तब जाकर आपको अच्छा रिजल्ट मिलेगा।
ईमेल लिस्ट बनाने के लिए आप ईमेल सब्सक्रिप्शन फॉर्म का उपयोग कर सकते है, अगर आपकी साइट नई है तो आप कोई भी फ्री डिजिटल प्रोडक्ट बना कर लोगो से साइन उप करवा सकते है। जैसे फ्री इ बुक या फ्री वीडियो कोर्स। इस प्रोसेस को पूरा करने के लिए आप कोई भी ईमेल टूल का इस्तेमाल कर सकते है जो आपके बजट में हो जैसे : mailchimp ,getresponse, aweber इत्यादि।
अब इसके बाद आपको सबसे पहले अपना ईमेल फ़नल तैयार करना है, ईमेल फ़नल क्या होता पहले मैं आपको ये बात दूँ, जब हम अपने ईमेल संदेशो को ऑटोमेशन तरीके मे कुछ इस तरह से सजाते है की वह हर आदमी की जरूरत के हिसाब से उसको ईमेल भेजता रहे तो इसे ईमेल फ़नल बोलते है।
जैसा की आप लोगो को पता होगा ईमेल मार्केटिंग में ऑडियंस को 3 केटेगरी में रखा गया है Clod, Warm और Hot. ईमेल फ़नल तीनो तरह से लोगो के लिए अलग अलग काम करता है Clod से Hot तक का सफर ईमेल फ़नल मे लिखा जाता है। ये ईमेल फनलस न सिर्फ आपको ट्रैफिक ला के देता है बल्कि आपके ईमेल लिस्ट मे मौजूद लोगो को परमानेंट फॉलोवर के रूप में बदल देता है जो आपके ब्रांड के लिए बहुत ही जरुरी है।
4. वीडियो मार्केटिंग
जैसा की आप लोगो को पता है वीडियो का क्रेज दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, नए नए प्लेटफार्म आ रहे है और करोड़ो में उनके यूजर तुरंत हो जाते है, जैसे की उदाहरण के रूप मैं आप टिकटोक को ले सकते है। बीतें दो सालो में जितना क्रेज इसका बढ़ा है सायद ही किसी का बढ़ा होगा। चलिए अपने मुद्दे पे आते टिकटोक का उदहारण देख के ये मत समझिये की में आपको इसके बारे में बताने वाला हूँ ऐसे बिलकुल नहीं है।
में आपको जो आज बताने वाला हूँ वो न तो सिर्फ आपको ट्रैफिक लाकर देगा बल्कि आपकी पर्सनल ब्रांडिंग भी करेगा। आप ट्रैफिक को जनरेट करने के लिए वीडियो मार्केटिंग का दो तरीके से इस्तेमाल कर सकते है पहले पेड और दूसरा आर्गेनिक। में आपको दोनों के बारे में बताउगा जो आपको बेहतर से बेहतर रिजल्ट लाकर देगा।
तो पहला तरीका है वीडियो इन्फुलेंसर्स के जरिये आप ट्रैफिक को ला सकते है। जिन लोगो को इसके बारे में नहीं पता है मैं उनको बता दू, वीडियो इन्फुलेसर्स वो लोग कहलाते है जिनका कस्टमर बेस उसके चैनल या प्रोफाइल में लाखो करोड़ो होता है। अब आप ये सोच रहे होंगे उसके फॉलोवर्स से हमे क्या मद्दत मिलेगा।
जी है बिलकुल आपका सोचना सही है उनको फॉलोवर्स से आपको कोई बेनिफिट नहीं मिलेगा। लेकिन आप सोचिये अगर वो अपने किसी वीडियो में आपके प्रोडक्ट या साइट का जानकारी शेयर करे तो आपको कितना फायदा होगा।
जी है वीडियो इन्फुलेंसर यही काम करते है लेकिन इसके लिए आपको उनसे कॉन्टेक्ट करना होगा। आप यूट्यूब या इंस्टाग्राम कही भी आपने निच से सम्बंधित इन्फ्लुएंसर ढून्ढ सकते है, आप अपने हिसाब से अपने लिए इन्फ्लुएंसर ढून्ढ सकते है और वीडियो मार्केटिंग से ट्रैफिक ला सकते है।
चलिए अब बात करते है दूसरे तरीके की इसमें ट्रैफिक आने में थोड़ा टाइम लग सकता है लेकिन एक बार आपने बेस बना लिया तो फिर आप ट्रैफिक के साथ साथ अपनी ब्रांडिंग भी कर सकते है।
क्योकि ये आर्गेनिक तरीका है इसलिए थोड़ा मेहनत ज्यादा होगा, यहाँ पे आपको अपने यूट्यूब चैनल या फिर इंस्टाग्राम अकाउंट पे वीडियो कंटेंट डालना होगा। जो लोग छोटे छोटे पॉइंट के जरीके कुछ बता या सीखा सकते है वो लोग इंस्ट्राग्राम का इस्तेमाल कर सकते है, और जिनको अपने टॉपिक से सम्बंधित अच्छी जानकारी है वो यूट्यूब के ऊपर वीडियो सीरीज़ बना सकते है।
आप आपलोग ये सोच रहेंगे होंगे इतना आसान होता तो कोई भी कर लेता, या फिर कुछ लोग ऐसे भी होंगे जिन्हो ने इसे शुरू तो किया होगा मगर सफलता नहीं मिली। अब इन दोनों सवालो का उत्तर बस तीन बिन्दु पर निर्भर करती है।
1. कंटेंट की क्वालिटी
2. कंटेंट डिलीवरी का तरीका
3. कन्सिस्टेन्सी
धर्ये की बात मैंने इसलिए नहीं की क्योकि आर्गेनिक काम कोई भी हो बिना धैर्य के नहीं होता है।
जब भी आप कोई वीडियो कंटेंट बनते है तो सबसे पहले ये देखे कही आप आपने मकसद से कही भटक तो नहीं रहे है, मैंने बहुत से ऐसे वीडियो देखे है जिसमे वीडियो को लम्बा करने के लिए कुछ भी बोलते रहते। ऐसा करने से आपका टॉपिक लाख अच्छा हो लेकिन कंटेंट की क्वालिटी को आपने ख़राब कर दिया।
इसके लिए मेरा यही सलाह है वीडियो लंबा बनने से कुछ नहीं होगा। आपका लक्ष्य हमेशा वैल्यू कंटेंट देना होना चाहिए न की दिखावा करना। ये भी कोशिश करे की आपका जो नीच है वो जितना ज्यादा माइक्रो हो सके उतना ज्यादा अच्छा होगा आपके सब्सक्राइबर्स के लिए भी और आपके लिए भी।
दूसरा बिन्दु जो है वो बहुत जरुरी है इस पे आपको ज्यादा अभ्यास करने की जरूरत है क्योकि कंटेंट को बताने या समझने का तरीका अच्छा न होगा तो न ही आपको ट्रैफिक मिलेगा और न ही आपका ब्रांडिंग होगा।
इसके लिए दो बातों का ध्यान रखना है पहला आपको जायदा से जायदा बोलने की कोशिश करनी है, अगर दूसरे शब्दों में कहे तो पर्सनालिटी डेवलपमेंट करनी होंगी। ये बिना प्रैक्टिस के नहीं हो सकता इसका अगर इसके बारे मे आपको ज्यादा नहीं पता है तो आप किसी भी पब्लिक स्पीकिंग ट्रेनर से सलाह ले सकते है, अगर आप मुझ से पूछे तो मैं आपको बोलूगा आप Mr. Keshave Lal ‘Business & Peak Performance Guru’ से सलाह ले।
और इसमे दूसरी बात जो आपको ध्यान रखना है वो है स्टोरी टेलिंग, जी है जब भी आप किसी भी टॉपिक पे वीडियो बनते है तो आपको अपने कॉलेज या स्कूल के टीचर की तरह नहीं पढ़ना है। आपको बताने के तरीके को मजेदार बनाना होगा। कोशिश करें उसमे रियल स्टोरी को जोड़ने की या फिर पुरे टॉपिक को स्टोरी के रूप में समझाना की। इससे फायदा ये होगा की लोगो को समझ में भी आएगा और स्टोरी motivate भी होंगे।
अब बात करते है कन्सिस्टेन्सी जो की सबसे ज्यादा जरुरी है अगर आपका कंटेंट बहुत अच्छा है। आपकी बताने का तरीका भी कमल की है लेकिन आप अपने प्लेटफॉर्म पे लगातार कंटेंट अपलोड नहीं कर रहे हैं, तो इसका बहुत बुरा असर पर सकता है। तो जहा तक हो सके एक निर्धारित समय पे रोज या सप्ताह मे जैसे भी आपको सुविधा हो उस टाइम पे आपका कंटेंट किसी भी हालत में जाना चाहिए।
अगर आप किसी वीडियो सीरीज़ पे काम कर रहे तो मेरा सलाह होगा की आप सीरीज का कुछ एपिसोड एडवांस में बना कर रख लें, और टाइम से एक एक कर के पब्लिश करते जाये। इससे सबसे बढ़ा फायदा ये होगा की किसी कारण आप वीडियो न बना पाए तो आपके पास बैकअप होगा। जिसके चलते आपकी कन्सिस्टेन्सी बरक़रार रहेगी और कस्टमर बेस भी बढ़ता रहेगा, जो आपके हमेशा ट्रैफिक देता रहेगा।
5. Q & A प्लेटफार्म
चलिए अब बात करते है एक और बेहतरीन प्लेटफॉर्म की जिसका उपयोग कर के न तो सिर्फ आप आपने साइट या ब्लॉग पे ट्रैफिक ला सकते है, बल्कि डिजिटल दुनिया में एक अपनी अलग पहचान बना सकते है।
ये जो डिजिटल दुनिया है यहाँ सवाल जबाब का मेला लगा होता है ये एक सर्च इंजन तो नहीं लेकिन किसी सवाल के जबाब ढूंढने मे किसी सर्च इंजन कम भी नहीं।
जी है मैं बात कर रहा हूँ Q & A प्लेटफार्म की Q & A का मतलब सवाल और जबाब। ये ऐसा जगह है जहा पे आप आपने सवाल भी पूछ सकते है और किसी को उसके सवाल का जबाब भी दे सकते है। आज बहुत सारे ऐसे Q & A प्लेटफार्म है जिनका उपयोग कर के लोग अपने ब्लॉग पे भर भर के ट्रैफिक लाते रहते है।
इसको कैसे इस्तेमाल कैसे करें ये बताने से पहले मैं ये बता दू ये बिकुल फ्री है, और ये बिगिनर्स तथा प्रो दोनों के लिए उतना ही असरदार है। बिगिनर्स के लिए ये ज्यादा लाभकारी तब साबित होता है जब कोई अपने निच मे अच्छी जानकी रखता हो।
इसको इस्तेमाल कैसे करे: जैसा की ऊपर मैंने आपको बताया की ये Q & A प्लेटफार्म है तो यहाँ पे दो ही काम होते है या तो सवाल पूछा जाता है या फिर किसी सवाल का जबाब दिया जाता है। अब इसको उपयोग करने के दो तरीके हो सकते है सवाल पूछ कर ट्रैफिक लाना और दूसरा सवाल का जबाब देकर ट्रैफिक लाना।
1. सवाल पूछ कर ट्रैफिक लाना: मान लीजिये आपको किसी टॉपिक के बारे जानना है या कोई आपकी आर्टिकल उस टॉपिक से मिलती जुलती पहले से पबालिश है, उसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप एक सवाल लिखे और उस सवाल पे अपने पुराने आर्टिकल का लिंक लगा दे।
2. सवाल का जबाब से ट्रैफिक लाना: किसी यूजर ने कोई सवाल पूछा है जिसका जबाब आपको बेहतर आता है और आपने उस टॉपिक पे कोई आर्टिकल भी लिख राखी है, तो करना क्या है? आपको जबाब में उस टॉपिक का मुख्य बिंदु को लिखना है और निचे अधिक जानकारी लेने के लिए एक लिंक डालना है जो की आपकी साइट का लिंक होगा।
अब जैसे ही कोई सवाल का जबाब देने आएगा या आपकी लिखी हुई जबाब को पढ़ेगा तो वो लिंक पे क्लिक करेगा और आपके साइट पर चला जायेगा। आपको ध्यान ये रखना है की जबाब आपका सटीक हो और जो लोगो को उस लिंक पर क्लिक करने को मजबूर कर दे।
अगर लगातार इस कार्य को लगातार करते रहेंगे तो लोग भी आपको पसंद करेंगे जिसके आपका वैल्यू बनेगा जो आपको चर्चित बनने में भी मदत करेगा। आपको एक और बात का ध्यान रखना बहुत जरुरी है जो की बहुत लोग नहीं करते है, और उनको इनका परिणाम भुगतना पड़ता है।
आपको यहाँ पे कभी भी स्पैमिंग नहीं करनी है ट्रैफिक लेने के लिए एक ही बार मे बहुत सारे सवाल का जबाब नहीं देना है, अगर आपको सभी सवाल के जबाब आते भी हो फिर भी रोज के हिसाब से आदत बना ले 3 या 4 सवाल का जबाब देने का। साइट एडमिन सभी पे नजर रखते है अगर उनको लगेगा की आप स्पैमिंग कर रहे है तो आपको ब्लॉक भी किया जा सकता है।
अब जानते है कुछ मुख्य Q & A साइट के बारे में जहा पे अपना अकाउंट बना कर आप ये काम कर सकते है, आप अपने निच के हिसाब से जो भी साइट अच्छी लगे उसको इस्तेमाल कर सकते है।
1. StackExchange
यह Q & A समुदाय में बेहत पॉपुलर है यहाँ हर सेक्टर से समन्धित लोगो का समुदाय मिलता है, खाश कर के कोडिंग करने वालों का। उनको यहाँ पे उनके बिषय के हिसाब से जानकारी मिल जाती है, अगर आप कोडिंग की दुनिया से जुड़े है तो आप इसका इस्तेमाल कर सकते है।
2. StackOverflow
यही पूरी तरह से डेवलपर के लिए है या फिर जो टेक से सम्बंधित जानकारी अपने साइट या ब्लॉग पे शेयर करते है।
3. quora
इसके बारे में ज्यादा तर लोग जानते होंगे या यु कहे तो इस्तेमाल भी करते होंगे। ये ज्यादातर ब्लोग्गेर्स के बिच में चर्चित है यहाँ पे कीवर्ड्स , seo या अन्य डिजिटल मार्केटिंग के टॉपिक मिल जायेगे.
4. Yahoo Answers
ये भी quora की ही तरह की एक Q & A प्लेटफार्म है जिसका आप इस्तेमाल कर सकते है जायदातर लोग इसको quora के बदले मे उपयोग करते है।
5. Amazon’s Askville
Askville‘s भी बाकियो की तरह Q & A प्लेटफार्म को प्रदान करता है जहा पे आप अपना सवाल भी पूछ सकते है और किसी के सवाल का जबाब भी दे सकते है।
तो जल्दी से किसी वेबसाइट पे रजिस्टर करे और ट्रैफिक के एक कदम आगे बढ़ाये।
6. एफिलिएट ट्रैफिक
अपने एफिलिएट मार्केटिंग के बारे मे सुना ही होगा बहुत से ब्लॉगर एफिलिएट मार्केटिंग का उपयोग कर के अच्छी इनकम करते है, लेकिन क्या आप एफिलिएट ट्रैफिक के बारे में जानते है?
आसान भाषा में समझा जाये तो एफिलिएट लिंक के द्वारा आपके साइट या किसी प्रोडक्ट के लैंडिंग पेज पे लाया गया ट्रैफिक को एफिलिएट ट्रैफिक बोलते है। इसको इस्तेमाल करना उतना आसान नहीं जितना की बाकि तरीके होते है।
ये खाश कर के उनलोगों को ज्यादा फायदा देता है जो किसी तरह का प्रोडक्ट को अपने साइट पे सेल करते है, जैसे की इ-कॉमर्स का बिज़नेस करने वाली कंपनी। जो ब्लॉगिंग करते है या फिर किसी अन्य तरह के साइट का उपयोग करते है, वो लोग भी ये कर सकते लेकिन उसके लिए उनके पास बहुत सारे डिजिटल प्रोडक्ट होना चाहिए। जिनके पास ये प्रोडक्ट नहीं है वो इसको छोड़ कर अगले टॉपिक पे जा सकते है।
आइये अब जतने है इसको कैसे इस्तेमाल करे और ट्रैफिक लाए:
सबसे पहले आपको क्या करना है आपको आपने प्रोडक्ट को इ-कॉमर्स के रूप साइट पे डालना है, जहां पे लोग आकार उस प्रोडक्ट को खरीद सके। अब इसके बाद आपको अपने एफिलिएट लिंक देने के लिए एफिलिएट मार्केटिंग सिस्टम की जरूरत होगी, जैसा की बाकि एफिलिएट लिंक देने वाली कम्पनिया करती है।
अगर आपके पास बजट है तो आप अपना एफिलिएट सॉफ्टवेयर बनवा सकते है। ब्लॉग्गिंग करने वाले लोगों को सॉफ्टवेयर बनवाने का सलाह नहीं दूंगा। लेकिन जो इ-कॉमर्स की कंपनी चलाने वाले चाहे तो इसको बनवा सकते है।
दूसरा तरीका है आप किसी एफिलिएट मार्केटिंग करने वाले प्लेटफार्म पे सेलर के रूप में जुड़ सकते है। जैसे की आप फिजिकल गुड्स सेल करते है तो Amazon से गुड़ सकते है, अगर डिजिटल प्रोडक्ट सेल करते है तो Commission Juction या clickbank जैसी प्लेटफार्म से भी जुड़ सकते है।
यहाँ पे सबसे जरुरी बात जो मैं आपको बता दू इन सभी कंपनी का अपना रूल रेगुलेशन होता है अगर आपका प्रोडक्ट या कंपनी उसमे फिट होगा तब ही ये आपको अपने साथ जोड़ेंगे। तो सबसे पहले आप जिस भी कंपनी में जुड़ना चाहते है उनका टर्म कंडीशन जरूर पढ़ ले।
अब इसके बाद जो भी एफिलिएट मार्केट्स है, वो अपनी साइट पे जब आपके प्रोडक्ट का एफिलिएट लिंक शेयर करेंगे तब उनके रीडर्स उस लिंक के जरिये आपकी साइट पे आपयेगे जिससे आपको ट्रैफिक मिलना शुरू हो जायेगा। लेकिन यह उतना भी आसान नहीं जितना पढ़ने में लग रहा है आपके प्रोडक्ट की क्वालिटी और उसका कंटेंट जितना अच्छा होगा उसी हिसाब से एफिलिएट मार्केटर्स आपके लिंक को भी ज्यादा यूज़ आपके प्रोडक्ट का सेल भी बढ़ेगा और आपके ट्रैफिक मिलता रहेगा।
ये पूरी ट्रैफिक सिस्टम आपके प्रोडक्ट पे निर्भर करता है उदाहरण के रूप में आप bizgurukul साइट को देख सकते है। जिसने बहुत काम समय में न केवल अपनी ब्रांड वैल्यू बनायीं साथ ही अपने प्रोडक्ट को सेल करते अच्छी इनकम भी कर रहे है।
7. गेस्ट पोस्ट
जो लिखने के शौकीन है लिखने की कला आती उनके लिए ब्लॉग पोस्ट लिखना बहुत आसान हो जाता है, जब भी आप कोई काम को लगन के साथ करते है तो उस काम का रिजल्ट भी अच्छा मिलता है।
नहीं नहीं, में आपको ब्लॉग पोस्ट लिखने तरीके नहीं बताने वाला हूँ क्योकि पोस्ट लिखने तो लगभग हर ब्लॉगर को आता है, बस अपने स्किल को सही तरीके से कैसे उपयोग करे ये जानना जरुरी है।
अब जहा तक गेस्ट पोस्टिंग की बात है तो backlinks के लिए हम में हर एक ब्लॉगर गेस्ट पोस्टिंग का इस्तेमाल करते है। मगर आपने कभी ये चेक किया है उस पोस्ट से आपको कितना रिजल्ट मिला या रिजल्ट की जगह पे आपकी साइट को पनिशमेंट मिल गया। जी है अगर आप ये नहीं जानते है तो आज यहाँ आपको मैं यही बताने वाला हूँ, की आप गेस्ट पोस्ट कैसे सही तरीके से करे की आपको बैकलिंक के साथ साथ ट्रैफिक भी मिल सके।
तो आइये शुरू करते है गेस्ट पोस्टिंग के रोचक सफर का :
1. सही साइट का सिलेक्शन करें
गेस्ट पोस्ट के लिए आपको सबसे पहले सही साइट का चयन करना होता है जो आपकी गेस्ट पोस्ट को अपनी साइट पर पब्लिश करे। साइट सिलेक्शन के टाइम आपके लिए सबसे जरुरी काम जो है वो सही नीच का चयन करना होता है। किसी भी ऐसे साइट पे गेस्ट पोस्ट न करें जो आपके नीच से अलग हो ऐसा करने आपको बैकलिंक के अलावा कुछ न मिलेगा।
अब सवाल ये उठता है की क्या आपने एक बैकलिंक के लिए इतना मेहनत किया था?
बहुत लोग सोच रहे होंगे ये सही तो है, बैकलिंक के लिए ही तो गेस्ट पोस्ट करते है। एक तरह से आपकी सोच भी सही है आप आपने आस पास के लोगों को ऐसा ही करते देखते है, और तो और बैकलिंक लेने के लिए गेस्ट पोस्ट का उपयोग करने की सलाह देने वाले विडिओ भी बहुत सारे है यूट्यूब पे।
लेकिन मैं जो आपको बताने वाले हूँ वो आपके गेस्ट पोस्ट से आपको ट्राफिक भी लाकर देगा, जब भी आप गेस्ट पोस्ट के लिए अपनी नीच से मेल खाती साइट चुनते है, तो आपको दो फायदे होते है पहला फायदा जो आप सब को पता है की बैकलिंक मिलता है, और दूसरा जो अहम् फायदा है वो है ट्रैफिक।
जैसे ही आपकी पोस्ट किसी साइट पे पोस्ट होती है तो आपके दिए एंकर टेक्स्ट लिंक पे क्लिक करके उस साइट के रीडर्स आपके साइट पे आ जाते है, लेकिन ये तब ही होगा जब उस साइट के रीडर्स आपकी नीच में रूचि रखते हो, तभी लिंक पे क्लिक करने की संभावना बढ़ जाती है। धिरे धिरे उस साइट के फोल्लोवेर आपके फोल्लोवेर भी बनने लगते है और आपको डायरेक्ट ट्रफिक आना शुरू हो जाता है।
2. गेस्ट पोस्ट वाली साइट कितनी किफायती है ये देखना
जब आप अपनी गेस्ट पोस्ट की साइट अपने नीच के हिसाब से चुन लेते है उसके बाद जो सबसे जरुरी काम आपको करना होता है, वह उस साइट को चेक करना की इस साइट पे अगर आप गेस्ट पोस्ट डालते है तो आपको ट्रैफिक मिलेगी या नहीं। साथ मे ये भी चेक करना जरूरी है कही इस साइट से बैकलिंक लेने के बाद आपकी साइट को कोई नुकसान तो नहीं होगा।
ट्रैफिक मिलेगी या नहीं ये आप उस साइट की वर्तमान ट्रैफिक को चेक कर के अनुमान लगा सकते है, जैसे मान लीजिये आपने किसी xyx.com नाम की साइट को गेस्ट पोस्ट के लिए चुना है, और उसका महीने का ट्रैफिक 10k है। तो आप ये अनुमान लगा सकते है की जब आपका गेस्ट पोस्ट उस साइट देखा जायेगा तो अमूमन 5% लोग आपके साइट पे आएग। ये कोई प्रैक्टिकल अकड़ा नहीं है ये अनुमानित है ज्यादा कम भी हो सकता है। ये पूरी तरह आपके ब्लॉग के कंटेंट पे निर्भर करता है।
चलिए हम मान लेते है 5% ट्रैफिक हमें मिल जाती तो कुल 500 ट्रैफिक आपको एक गेस्ट पोस्ट से मिल जाती है, अगर आपने इस तरह की साइट 20 से 25 गेस्ट पोस्ट कर रखा है तो आपकी ट्रैफिक भी 10k हो जाएगी।
ट्राफिक के अलावा आपको उस गेस्ट पोस्ट वाली साइट की स्पैम स्कोर भी चेक करना बहुत जरुरी है, बहुत सारे मेरे दोस्त बैकलिंक बनाने के चाकर में स्पैम स्कोर वाली साइट पे गेस्ट पोस्ट करते जाते है। इससे अगले को कोई नुकसान तो नहीं होता बल्कि आपकी साइट की स्पैम स्कोर बढ़ जाती है। तो ये बहुत जरुरी हो जाता है जब भी आप गेस्ट पोस्ट करे और बैकलिंक ले तो उसे पहले उस डोमेन का स्पैम स्कोर चेक कर ले।
अब आप में से बहुत के मन में ये सवाल उठ रहा होगा की गेस्ट पोस्टिंग के साइट एक तो बड़ी मुश्किल से मिलती है और मिल भी जाती है तो उन साइट के पास ट्रैफिक न हो तो गेस्ट पोस्ट कहा करे।
जी है बिलकुल सही ऐसा ही होता, आपके साथ नहीं बल्कि बहुतो के साथ लेकिन आपने सोचा है ऐसा क्यूँ होता है। इसका सबसे बड़ा कारण है जब हम गेस्ट पोस्ट के लिए साइट ढूंढते है तो हमेसा फ्री वाली साइट के पीछे भागते है।
फ्री में मिला सामान भी फ्री ही होता है इसलिए मेरा पर्सनल एक्सप्रिएंस यही कहता है गेस्ट पोस्ट हमेसा अच्छे साइट पे करे। अगर फ्री में न मिल रहा हो तो पेड गेस्ट पोस्ट का इस्तेमाल करे। आप सोशल मीडिया में ऐड चलने के लिए पैसा खर्च करते है न वही यहाँ भी करना है लेकिन इसका फायदा आपको लम्बे समय तक मिलता रहेगा।
आप लोग गेस्ट पोस्ट के लिए हमारी साइट www.digitalgabbar.com का भी यूज़ कर सकते है बसर्ते आपकी आर्टिकल हमारी गाइड लाइन्स के अनुरूप होनी चाहिए।
8. सोशल मीडिया ग्रुप्स और कम्युनिटी
सोशल मीडिया ग्रुप्स और कम्युनिटी का इस्तेमाल से भी अच्छी खाशी ट्रैफिक लायी जा सकती लेकिन इसको जब भी आप यूज़ करे तो सही तरिके से ही करे। अगर आपके पास आपका अपना कोई सोशल मीडिया ग्रुप्स और कम्युनिटी है तब तो आपको इसकी अहमियत बहुत अच्छे से पता होगी। लेकिन जिनके पास नहीं है उनको बताना मेरा फर्ज बन जाता है।
आप लोगो को ये तो पता चल ही गया होगा सबसे ज्यादा और जल्दी ट्रैफिक अगर कही से आ सकती है तो वो है सोशल साइट्स। क्योकि इन साइट्स पे सिर्फ यूज़र की संख्या ज्यादा नहीं है बल्कि लोग हर दिन 4 से ५ घंटा आपने किसी न किसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पे ही बिताते है। यही करना है की सोशल मीडिया ऐड की डिमांड बहुत ज्यादा है आज के दौर में।
तो सबसे पहले आप लोगो के पास अपनी सोशल मीडिया ग्रुप्स और कम्युनिटी नहीं है तो आज ही बना ले और उसे धीरे धीरे बढ़ाते रहे। लेकिन अभी के लिए क्या करना है जिससे आपको ट्रैफिक मिले आइए जानते है –
आप अपने रूचि के हिसाब से एक या एक से अधिक सोशल प्लेटफार्म को चुन सकते है इस काम को करने के लिए। जैसे मन लीजिये आपने फेसबुक और लिंकेडीन को चुना। अब आपको करना क्या है आपके टॉपिक से सम्बंधित ग्रुप में ज्वाइन करना है। बहुत से ग्रुप में जोइनिंग तुरंत हो जाता है और कुछ में ग्रुप एडमिन के स्वीकार करने के बाद होता है।
अब दोनों ही केस में जब आप ग्रुप में ज्वाइन हो जाते है तो आपको सबसे पहले जो करना होता है वो है अपनी उपस्तिथि को बरकार रखना। बहुत से लोग यही पे गलती कर देते और उनको ब्लॉक या रिमूव कर दिया जाता है। वो गलती क्या करते है ग्रुप में ज्वाइन करते ही अपनी ब्लॉग का लिंक शेयर करना शुरू कर देते है, मैं उन लोगो को ये अपील करना चाहुगा ऐसा न करे। पहले अपने आप को साबित करे, अपनी वैल्यू को बनाए उसके बाद अपना आर्टिकल या प्रोडक्ट को शेयर करना शुरू करे।
क्योकि वो भी समूह है जैसे की आम जिन्दी में होता है, जब तक लोग आपको जानते नहीं है लोग आप पे भरोसा नहीं करते है, यही फंडा यहाँ भी लागु होता है। पहले अपना इंटरेक्शन बढ़ाये ग्रुप के लोगो से दोस्ती करे उनके पोस्ट को कमेंट करे लाइक करे।
जब आपकी वैल्यू बन जाये उस ग्रुप में उसके बाद लोगो को अपने ब्लॉग के बारे प्रोडक्ट के बारे में धीरे धीरे बताना शुरू करे। इन्फोग्राफिक और वीडियो पोस्ट के जरिए लोगों को ये बताए की उनको क्या मिलेगा जब वो आपके साइट पे आएंगे। आपने पोस्ट में लिंक के साथ वैल्यू दिखने की कोशिश जरूर करे ये काम करता है, और आपको बहुत अच्छा रिजल्ट भी लेकर देता है। जिससे आपकी साइट की सोशल वैल्यू बढ़ जाती है जिसको गूगल भी तबज्जो देता है।
अब इसका जो दूसरा पहलु है वो भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है, आप में बहुत से लोगो ने इसका यूज़ करना तो दूर की बात है जानते भी सायद ही होंगे। लेकिन ये में पहले बता दू ये पेड प्रोसेस है यानि यहाँ आपको पैसे खर्च करने पड़ेगे। मान लीजिये आप किसी ऐसे ग्रुप का हिशा है जहा पे मेंबर्स की संख्या लाखो में है।
अब जैसे ही आप कोई अपना नया ब्लॉग लिखते है, या कोई नई प्रोडक्ट को लॉच करते है उस टाइम आपको करना क्या है, उस ग्रुप के एडमिन से बात करना है और आपने पोस्ट को पिन करने या फीचर करने को बोलना है।
लाजमी है ग्रुप का एडमिन आप से इसके लिए चार्ज लेगा अगर एडमिन आपके जान पहचान का है तब तो आप फ्री में भी करवा सकते है। लेकिन ज्यादा तर ऐसा नहीं होता है इसलिए आपको पैसे देने पर सकते है। बहुत से बड़े बड़े ग्रुप के एडमिन इस काम को प्रोफेशनल रूप में करते है।
अब इससे आपको ट्रैफिक कैसे मिलेगा जब आपकी पोस्ट फीचर या पिन की हुई होगी तो जब भी कोई ग्रुप पे आएगा या पोस्ट डालेगा आपकी पोस्ट उसको देखियगी। अगर 1 लाख लोगो के ग्रुप में 10 % लोगो ने भी आपकी पोस्ट पे क्लिक किया तो सोचिये आपको कितना ट्रैफिक मिल गया। चौकिये मत ऐसा भी होता है बस आपको तरीका पता होना चाहिए। अब शुरू हो जाईये आज ही ग्रुप ज्वाइन कर के अपनी वैल्यू बनाने की रेस में क्योकि इसमें टाइम लगता है। और साथ ही साथ अपना ग्रुप्स और कम्युनिटी बनाना मत भूलियेगा।
9. रिव्यू साइट
रिव्यु साइट एक और ऐसा बड़ा सोर्स है जिसके जरिये आप आर्गेनिक ट्रैफिक के साथ साथ अपने ब्रांड वैल्यू को भी बढ़ा सकते है। रिव्यु एक ऐसा सिस्टम है जो उन लोगो को आपके प्रोडक्ट या साइट के लिए प्रेरित करता है जो आपको नहीं जानते है। आप सब को पता होगा इंसानो को एक पुराणी आदत है हम जब भी कोई नई प्रोडक्ट लेते है या किसी ब्रांड के बारे में सुनते है, तो हम उस ब्रांड के साइट पे न जाकर पहले दूसरे लोगो से इसकी राय लेते है।
जिसमे कुछ लोग नेगेटिव बात बताते है और कुछ पोजेटिव बात करते है। उसके आधार पे हम उस ब्रांड या प्रोडक्ट की कल्पना कर लेते है की वो अच्छा होगा या बुरा।
बुकल यही कार्य ऑनलाइन की दुनिया में भी होने लगा है या यु कहे बहुत पहले से चला आ रहा है, चलिए एक उदहारण के रूप में आपको बाटता हूँ। मान लीजिये आपको कोई नया फ़ोन खरीदना है तो उसके लिए आप क्या करते है, ऑफलाइन की स्थिति में किसी शॉप पे जाते है या नहीं तो आजकल लोग ऑनलाइन शॉप से ही खरीदते है।
जो लोग ऑफलाइन खरीदते है वो दोस्तों से रिश्तेदारों से या फिर फ़ोन बेचने वाला दुकानदार से ही उस फ़ोन के बार पूछा करते है। लेकिन जो ऑनलाइन खरीदते है वो आपने दोस्त और रिश्तेदारों से तो पूछते ही है साथ ही साथ जिस वेबसाइट से फ़ोन खरीदते है वहा पे उस प्रोडक्ट का रिव्यु और कमेंट भी पढ़ते है। ऐसा आपलोगो में से सभी लोग करते होंगे और ये जरुरी भी है। आप जिस प्रोडक्ट के लिए आपने पैसे लगाने वाले है वो आपके लिए सही है या नहीं ये जानना बहुत जरुरी है।
कस्टमर के दिए गए रिव्यु और कमेंट से आपको पता चल जाता है की आप जिस काम क लिए ये फ़ोन लेना चाह रहे थे वो इस फ़ोन से हो पायेगा या नहीं। इस लिए ऑनलाइन बिज़नेस में रिव्यु बहुत जरुरी हो जाता है इससे सिर्फ ट्रैफिक ही नहीं आती बल्कि आपका प्रोडक्ट का सेल भी बढ़ता है। जिसके कारन आपका ब्रांड धीरे धीरे बड़ा होने लगता है।
कुछ रिव्यू साइट ऐसी भी है जहा पे अगर आपको अच्छा रिव्यू मिलता है तो उसका फायदा गूगल रैंकिंग में भी होता है, क्योकि रिव्यू सिर्फ आपके रीडर्स ही नहीं बल्कि गूगल बोट्स भी पढ़ते है।
कुछ साइट्स का लिस्ट यहाँ आपको निचे मिल जायेगा, यहा पे आप अपने रीडर और कस्टमर्स से रिव्यु करवा सकते है।
- Google My Business
- Amazon.com
- Yelp.com
- TripAdvisor.com
- Yellowpages.com
- BBB (Better Business Bureau)
- Manta.com
- Foursquare.com
आइये एक प्रैक्टिकल के जरिये समझते है ये काम कैसे करता है:
मान लीजिये आप कोई फूलों की दुकान का बिज़नेस करते है आप अभी इस बिज़नेस में नए है तो आपके कस्टमर भी कम होंगे। जिसको बढ़ने के लिए आप एक ऑनलाइन साइट शुरू करते है। अब आपको अपने बिज़नेस का रिव्यु करवाने के लिए Google My Business पे जाकर अपना लिस्टिंग करना होगा। Google My Business के अलावा और भी जो साइट्स ऊपर दी गयी उनका भी इस्तेमाल कर सकते है, Google ट्रैफिक का सबसे बड़ा प्लेटफार्म है इसलिए मैं इसके बारे में ही बता रहा हूँ।
जब आपका बिज़नेस लिस्ट हो जायेगा तब जैसे ही कोई आपका ब्रांड नाम के साथ सर्च करेगा तो सबसे पहले Google My Business का लिस्टिंग यूजर को दिखेगा। जहा आपके बिज़नेस का बेसिक इनफार्मेशन के साथ-साथ वेबसाइट का लिंक फ़ोन नंबर बिज़नेस की टाइमिंग ये सभी चीजे दिखेंगी। वही पे सबसे निचे रिव्यु और कमेंट का भी ऑप्शन दिखेगा। जब भी कोई आपसे कोई प्रोडक्ट लेगा और वो वाहा पे जाकर रिव्यु या कमेंट करेगा, तो अलगे यूजर को उनका रिव्यू ओर कमेन्ट दिख जायेगा।
ये रिव्यु या कमेंट सर्विस के हिसाब से कस्टमर खुद करते है इसको आप बदल नहीं सकते है, इसलिए ये और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। ज्यादा से ज्यादा आप अपने कस्टमर को बोल सकते है की वो अपना अच्छा रिव्यु दे। अब इससे आपको दो फायदा होगा एक तो आपका सेल बढ़ेगा और दूसरा आपके साइट पे ट्रैफिक भी बढ़ेगी। उन लोगो का भी आर्डर आपको मिलेगा जो आपको नहीं जानते थे जो ऑनलाइन रिव्यु और सर्विस कमेंट को पढ़ कर आए होंगे।
10. पॉडकास्ट
बहुत लोग ये सोच रहे होंगे ये ट्रैफिक के बिच में पॉडकास्ट कहा से आ गया। ऐसा नहीं ये भी ट्रैफिक लाने का एक जरिया बन सकता है अगर इसका सही से इस्तेमाल करें।
Podcast क्या है?
बहुत से लोगो को शायद पता नहीं हो इसके बारे मे एसलिए मैं पहले ये बता दू, जैसे आप वीडियो को बनाते है वीडियो का उपयोग करते है, ठीक उसी तरह सिर्फ आवाज की जब रिकॉर्डिंग होती है उसे ही पॉडकास्ट बोलते है। अगर तरह से देखा जाये रेडिओ भी एक तरह है पॉडकास्ट ही है।
अब सवाल ये आता है जब हम किसी को ऑडियो सुनाएंगे तो ट्रैफिक कहा से आएगा हमारे साइट या ब्लॉग पे। बिलकुल सही इसके लिए मेरे पास एक उदाहरण है जो की बिकुल फिट बैठता है, और उसके बाद आप ये नहीं पूछेंगे की ट्रैफिक कहा से आएगी।
उदाहरण के तौर पे रेडिओ जॉकी की ही बात करते है, रेडिओ जॉकी वही होता है जिसका आप आवाज रेडिओ में सुनते है। अब ये जॉकी का काम होता है आपको अपने कार्यकर्म में अच्छी-अच्छी बात बताना कहानिया सुनना या फिर न्यूज़ देना। आम तौर पर रेडियो जॉकी यही काम करते है अब इनके काम में जो सबसे बड़ा हथियार होता है वो है इनकी आवाज। इनकी मधुर आवाज आपके मन को छू जाती है और आप उनके फैन हो जाता है। जब भी उस जॉकी का कार्यकर्म आता है आप रेडिओ सुन्नते है।
90% लोग अपने रेडिओ जॉकी को सामने से कभी देख नहीं पाते। अगर वो उनके सामने से गुजर भी जाए तो भी नहीं पहचान पाते है, मगर जब उनकी आवाज सुन ले तब क्या कहने, आवाज का वो जादू दिलो दिमाग में छा जाता है।
कुछ लोग तो दीवाने हो जाते है की रेडियो जॉकी जो बोल दे वो मान लेते है।
कभी टाइम मिले तो अपने पशंदीदा रेडिओ जॉकी के फोल्लोवेर लिस्ट को चेक कीजियेगा, लोग इनको न जानते हुए भी कैसे इनके दीवाने होते है।
बस अब तो आपको समझ में आ गया होगा पॉडकास्ट से आपको ट्रैफिक कैसे मिल सकता है, अगर नहीं भी आया तो मैं आपको हूँ। जैसे अपलोग यूट्यूब पर वीडियो बाने की होड़ में लगे हुए है कुछ लोगो को अच्छी सफलता भी मिल रही है। उसी तरह आपको यहा भी अपना टॉपिक पे पॉडकास्ट का सीरीज या रेगुलर पॉडकास्ट करना है।
मेरे अनुसार पॉडकास्ट वीडियो बनाने से ज्यादा आसान है ऐसा में हवा में नहीं बोल रहा हूँ, आप करेंगे तो आपको पता चल जायेगा। मैं किसलिए ऐसा बोल रहा हूँ ये भी आपको बता देता हूँ, आप जब भी कोई वीडियो बनते है तो 3 बातों को फॉलो करना बहुत जरुरी होता है।
1. आपका कंटेंट कितना अच्छा है दूसरों के मुकाबले
2. आपके पास अपने कंटेंट को बताने का स्किल कितना अच्छा है या आप कितने अच्छे तरीके से इसको बता सकते है
3. आपकी बॉडी लैंग्वेज या सरल भाषा में कहे तो आपके सेन्टेन्स के हिसाब से आपके शरीर का बदलाव
जो इन तीनो चीज़ो को अच्छे से फॉलो करते है वो पॉपुलर हो जाते है, जो नहीं करते उनके पास अच्छा कंटेंट होते हुए भी उनके वीडियो पे views नहीं आती है।
लेकिन जब आप पॉडकास्ट करते है तो ऊपर दिए गए 3 पॉइंट में से सिर्फ 2 पॉइंट की ही जरूरत होती है। यहाँ पे बॉडी लैंग्वेज की जरूरत नहीं है क्योकि आपको कोई देख नहीं रहा है। तो आपका एक प्रॉब्लम ख़तम हो गाया अब आपको पोडक्स्ट के लिए आपने आवाज और कंटेंट पर ही फोकस करना होता है।
अब अपने मेन पॉइंट पे आते है जो की है ट्रैफिक, पॉडकास्ट के जरिये ट्रैफिक कैसे लाया जा सकता है। तो यहाँ पे आपको थोड़ा सा टाइम देना पड़ेगा जब तक आपके रेगुलर श्रोता नहीं हो जाते है। जब आपका पर्सनल ब्रांडिंग बनने लगे लोग आपके पॉडकास्ट में रूचि लेने लगे तब आपको अपने पॉडकास्ट के बिच में अपने प्रोडक्ट और साइट रेफ़्रेन्स देना शुरू करे। जब लोग आप पे भरोसा करेंगे तो आपके बातों को भी मानेगे और यहाँ से आपको ट्रैफिक मिलन शुरू हो जाएगा। 80 से 90% आपको जो ट्रैफिक मिलेगा वोलीड मे बदलेगा।
अनुमान लगाएगी आपके 10k पॉडकास्ट श्रोता हो जाते है रेगुलर जो आपका पॉडकास्ट सुन रहे है, जब वो कन्वर्ट होक ट्रैफिक के रूप में आपके प्रोडक्ट के लैंडिंग पेज पर आएंगे तो 8k से 9k ट्राफिक आपको एक बार मिलेगा। इतनी पावर होती है आवाज मे, आपने कहावत सुनी होगी आवाज में जादू होता है इसको करने के बाद आपको विश्वास भी हो जायेगा।
निष्कर्ष
अब बारी है फाइनल वर्ड्स की तो मैं ज्यादा नहीं बोलूंगा क्योकि मुझे आपको जो 15 तरीके बताने थे वो बात चुका हूँ।
अब ये सब ट्राफिक सिस्टम दो तरीके से काम करता है, आपका बिज़नेस कैसा है और कितना लम्बा इसको आपको चलना है। जैसे की अगर आप नीच ब्लॉग्गिंग करते है, आप किसी फेस्टिवल को टारगेट कर के अपना वेबसाइट बना रहे है। इस रूप में मैं आपको पेड ट्रैफिक के लिए बोलूगा क्योकि एक बार आप अपने फेस्टिवल की टाइम पे ट्रैफिक लाने में चूक जाते है तो आपको 1 साल का इंतजार करना पर सकता है।
अब जो लोग लम्बे समय के लिए अपना बिज़नेस या ब्लॉग शुरू कर रहे उनके लिए ज्यादा बेहतर होगा आर्गेनिक ट्रैफिक मगर इस बात का भी ख्याल रखे आर्गेनिक ट्रैफिक लेन में सालो का समय लग सकता है, इसलिए हमेशा लिखते रहे और अगर बजट हो तो थोड़ा बहुत पेड ट्रैफिक में इन्वेस्टमेंट करते रहे।
धन्यवाद !