डिजिटल मार्केटिंग शब्द सुनने में जितना अच्छा लगता है लोग डिजिटल मार्केटिंग को समझना चाहते हैं लोगों को लगता है कि वेबसाइट बनाया ब्लॉग बनाया काम शुरू कर दिया और पैसा कमाना शुरू हो जाएगा
अगर आप भी इस तरह का कुछ सोच रहे हैं तो गलत सोच रहे हैं डिजिटल मार्केटिंग के लिए आपको पहले तो सीखने के लिए बहुत समय देना पड़ता है सीखने के बाद वेबसाइट शुरू करना ब्लॉक शुरू करना और सबसे ज्यादा जो महत्वपूर्ण होता है वह ट्रैफिक आना
डिजिटल मार्केटिंग के बारे में लोगों के दिमाग में बहुत सारे मिथक होते हैं जैसे-जैसे डिजिटल मार्केटिंग की पॉपुलर की बढ़ती जा रही है
लोगों के सामने इसके बारे में कई सारे मिथक भी आते जा रहे हैं
अब, मिथकों पर अधिक ध्यान दें।
Myth 1: Cross platform is not mandatory
डिजिटल मार्केटिंग एक अकेली चीज नहीं है बहुत सारे चीजों को मिलाकर डिजिटल मार्केटिंग को बनाया गया है आपको डिजिटल मार्केटिंग में सफल होने के लिए सभी प्लेटफार्म पर अच्छी पकड़ होना आवश्यक है
किसी भी एक चीज को फोकस के साथ सीखना ठीक है लेकिन आपको सभी चीजों के बारे में जानकारी होना बहुत आवश्यक है जिससे आप की संभावनाएं और अधिक हो जाती हैं आपको हर क्षेत्र में एक्सपर्ट होना पड़ेगा
आपको अपने कंफर्ट जोन से निकलकर चीजों को समझना होगा सीखना होगा और अपने स्किल्स को डेवलप करना होगा
आपको सोशल मीडिया पर फोकस करना पड़ेगा मोबाइल और सर्च इंजन को भी आप नकार नहीं सकते हैं आपको सबको साथ मिलाकर एक मार्केटिंग स्ट्रेटजी बनानी पड़ेगी आपके फ्रेंड को एक अच्छी जगह बनाने के लिए अच्छा रिजल्ट पाने के लिए यह सारी चीजें आवश्यक है
Myth 2: Content is not essential
क्या आप भी इसी बात पर विश्वास करते हैं कि ब्लॉगर साइट चलाने के लिए आपको रेगुलर कंटेंट को अपनी वेबसाइट पर डालते रहना है अगर आप ऐसा सोचते हैं तो बिल्कुल गलत सोचते हैं क्योंकि कोई इंसान इस दुनिया में फालतू नहीं है जो कि बिना किसी जरूरत के, बिना किसी मतलब के आप के कंटेंट को पड़ेगा
किसी भी वेबसाइट पर कंटेंट लिखने से पहले आपको पढ़ने वाली की तरह सोचना होगा कि कोई भी व्यक्ति किसी कंटेंट में क्या चाहता है इसीलिए मैं आपसे कहते हैं कि वेबसाइट के लिए कंटेंट बहुत आवश्यक है कंटेनर की क्वालिटी बहुत जरूरी है
यहां आपके लिए यह भी जानना जरूरी है कि कंटेंट सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन फ्रेंडली भी होना चाहिए आपको अपने कंटेंट में इस तरह के कीवर्ड डालने होंगे जो कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन में मदद कर सकें
Myth 3: It’s always technical
यह वाला मिथ गलत हो सकता है आपको डिजिटल मार्केटिंग के लिए टेक्निकल होना आवश्यक है बिना टेक्नोलॉजी के आप अपनी वेबसाइट का सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन नहीं कर सकते हैं डिजिटल मार्केटिंग लगातार प्रयासों से किया जाता है आप एक प्रोफेशनल डिजिटल मार्केटिंग है
आप एक प्रोफेशनल डिजिटल मार्केटर है इसका मतलब यह नहीं है कि आप मार्केटिंग की ट्रेडिशनल रास्ते को छोड़कर अपने हिसाब से चलेंगे आपको उसको भी ध्यान में रखना पड़ेगा
आपको इन दोनों के मिश्रण से परिणाम प्राप्त करने हैं आपको दोनों को साथ लेकर चलना पड़ेगा
जो भी आपने ट्रेडिशनल मार्केटिंग से सीखा है उसको आप डिजिटल उपकरणों की मदद से काफी सस्ता और अच्छा कर सकते हैं इसको करने के लिए बहुत सारे मार्केटर महीनों का समय लेते हैं, वही काफी मार्केटर्स इसको सालों में सीख पाते हैं
जो भी कंपनी है ट्रेडिशनल तरीके से मार्केटिंग का काम कर रही हैं उनको अपना पुराना काम बंद करके दोबारा से नई शुरुआत करने की आवश्यकता नहीं होती है
वे कंपनियां जो भी कुछ करना चाहती हैं अपने पुराने तरीकों को छोड़कर नहीं तरीके को अपना लेती हैं और नए लोगों को जोड़ना शुरु कर देती हैं
Myth 4: Marketing one to one is impossible
यह वाला लक्ष्य आपको जादुई लग सकता है डिजिटल मार्केटिंग में यह संभव नहीं की 121 मार्केटिंग न की जा सके इस टेक्नोलॉजी की मदद से ब्रांड की विश्वसनीयता में वृद्धि होती है
इससे ग्राहकों की आजकल की मानसिकता के बारे में पता चलता है कि वह लोग क्या चाहते हैं और ग्राहकों के बारे में जानने का मौका मिलता है यहां तक कि आप अपने ग्राहकों को इंवॉल्व करके उनकी ईमेल आईडी और नाम मोबाइल नंबर तक इकट्ठा कर सकते हैं
Myth 5: There are too many social media networking sites
आपने बिल्कुल सही सुना बहुत सारी सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइट चल रही है और कई सारी नई आने वाली भी है कुछ ही सोशल मीडिया साइट्स आपके व्यवसाय के लिए काम करते हैं आपको उन्हीं वेबसाइट पर अपना समय और कठिन परिश्रम करने की आवश्यकता है काफी सारी ट्रिक्स को आपको यूज़ करना पड़ेगा यह आपके लिए एक चुनौती का काम है कि आप एक अच्छी सोशल नेटवर्किंग साइट को ढूंढे