आज डिजिटल मार्केट और क्रिप्टो करेंसी के अंतर्गत जो लोग काम करते हैं। वह अच्छी तरह से यह भी जानते होंगे कि आज पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरंसी के आने के बाद से लेकर आज तक ripple कॉइन बिटकॉइन, tether जैसी 1000 से भी अधिक क्रिप्टोकरंसी आज मार्केट में मौजूद है। ऐसी ही एक बहुत ही पॉपुलर क्रिप्टो tether के बारे में आज हम एक आर्टिकल के द्वारा आपको बताने जाएंगे।
tether ब्लॉकचेन के आधार पर ही काम करने वाली एक स्टेबल कॉइन होती है। स्टेबल कॉइन स्कोर फिएट करेंसी यानी कि ट्रेडिशनल करंसी जैसे 1₹, 1डॉलर आदि का भी समर्थन मिलता है। इसके चलते हुए बिटकॉइन या अल्टकॉइन जितना ही वैलिडिटी का स्कोर शिकार नहीं होना पड़ता है। आज क्रिप्टोकरंसी की इस दुनिया में tether सबसे मजबूत और स्टेबल कॉइन है। और 100 बिलियन डॉलर मार्केट कैप के साथ आज यह विश्व में चौथे नंबर की क्रिप्टो है। आइए जानते हैं tether क्या होता है? और इसके फायदे नुकसान क्या होते हैं? इस आर्टिकल के द्वारा हम tether से जुड़ी हुई सभी जानकारी आपको बताने जा रहे हैं…
क्या होता है ‘ tether ‘
Tether ब्लॉकचेन के आधार पर काम आने वाली एक क्रिप्टोकॉइन होती है। यह भी एक प्रकार से डिजिटल मुद्रा है। जो कि 2014 में लॉन्च हुई थी। tether के पीछे का विचार एक स्टेबल क्रिप्टो करेंसी को बनाना था। इसका उपयोग डिजिटल डालर या स्टेबल कॉइन की तरह कोई भी व्यक्ति कर सकता है।
tether ने शुरुआत में बिटकॉइन नेटवर्क के ओमिनी लेयर को अपने ट्रांसपोर्ट प्रोटोकॉल के रूप में यूज में लिया था। tether अब एथेरियम पर ERC20 टोकन के रूप में भी उपलब्ध होता है। कुल मिलाकर अगर अब देखा जाए तो tether बिटकॉइन एथेरियम EOS और ट्रान ब्लॉकचेन पर ही जारी होता है।
Tether का इतिहास
पहला USDT डिजिटल टोकन 2014 के लास्ट में जारी किया गया था। उस समय इसके सीईओ ने घोषणा की थी कि शुरुआत में युवा सिटी की राशि इसकी मूल मुद्रा से 100% समर्पित और इस कॉइन को बिना किसी जोखिम के किसी भी समय पर बुलाया जा सकता था। इस बयान के बाद उन्होंने इसको वापस ले लिया था। ऐड अनलिमिटेड ग्राहकों ने इस युक्ति के लिए अपने टोकन को बनाने में सक्षम होने की कोई भी कानूनी गारंटी भी नहीं देता। tether किसी भी बिंदु पर फाइनेंसियल वेरिफिकेशन करने के लिए भी सक्षम नहीं है।
उसके पास जारी टोकन करने को कवर करने के लिए पर्याप्त भंडार है। सन 2015 की शुरुआत में इस ने अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म यूएसडीटी के आधार पर अपने व्यापार को सक्षम करने वाला पहला एक्सचेंज बनाया। बिटफाइनेक्स और tether का इतिहास शुरुआत से ही विवादपूर्ण रहा है, क्योंकि दोनों के बीच में जो संभावित मूल्य को लेकर हेर फेर हुई जांच उसमें अभी तक की जाती है। तब से लेकर आज तक tether ने लगभग सभी एक्सचेंज में सूचीबद्ध कर रखा है।
Tether की शुरुआत
Tether को क्रिप्टो मार्केट में एक स्टेबल कॉइल के रूप में लांच किया गया था। जैसे ही इस को मार्केट में लॉन्च किया तो इसकी कीमत $1 के बराबर ही रखी गई थी। मार्केट में आने के बाद में tether को बनाने वालों से पूछा गया कि इससे यूएस डॉलर tether बोलने के पीछे का राज क्या है? तब इसके जवाब में मिला की tether एक क्रिप्टो करेंसी है और यह यूएस डॉलर से ही बनी हुई है। जो कि अमेरिका डॉलर के बराबर मानी जाती है।
30 अप्रैल 2019 tether लिमिटेड के वकील ने बताया कि एक USDT tether – 0.74$ के बराबर होता है।
उसके बाद 2012 में J.R.विल्लेत्त ने फोटो करेंसी मास्टरकार्ड को तकनीकी के बारे में बताया और कहा कि बिटकॉइन की ब्लॉकचेन के ऊपर यह एक स्टेबल कॉइन के रूप में बनाई जा सकती है। मास्टर कॉइन को लास्ट में ओमिनी फाउंडेशन के रूप में इस को बदल दिया गया। मास्टर क्वालिटी तकनीक पर ही tether को बनाया गया।
यह आज उसी के सिद्धांत पर कार्य करती है। tether के संस्थापक क्रेग सेलर्स मास्टर कॉइन के सीटीओ रह चुके हैं। ब्रोक पियर्स, रिब कॉलिंग, क्रेग सेलर्स ने 2014 में tether का असली नाम रियल coin में रखा था। फाइनली 6 अक्टूबर 2014 को tether कॉइन ने अपना पहला कॉइन बिटकॉइन की ब्लॉक चैन पर ही निकाला था और रियल कॉइन के संस्थापक रिब कालिंग ने इस बात की पूरी तरह से घोषणा कर दी थी, कि इसका नाम tether ही रहेगा। इस तरह से क्रिप्टो करेंसी के डिजिटल मार्केट में ओर ज्यादा आगे बढ़ने का काम tether ने किया।
Tether का प्रयोग क्यो व किसलिए
Tetherको इसकी स्थिर कीमत क्रिप्टो मार्केट की अस्थिरता से बचाव के तरीके के रूप में होने लगती है। tether की कीमत अधिकतर हालातों में स्थिर ही रहती है। इसके चलते क्रिप्टो करेंसी मार्केट में कोई भी बदलाव या बुरा असर देखने को भी नहीं मिल सकता है, क्योंकि हर एक USDT टोकन में एक अमेरिकन डॉलर से जुड़ा हुआ होता है, इसीलिए tether में पैसा रखने से पहले यह क्रिप्टो मार्केट में नॉर्मल इंस्टेबिलिटी से भी बचाता है। और मार्केट में स्टेबल अथवा सामान्य बने रहने में भी बहुत हेल्पफुल साबित होता है।
बिटकॉइन ट्रेडिंग का एक बहुत बड़ा हिस्सा इस कारण से इसके लेनदेन tether में होता है। इसका कारण यह क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए on और off रैंप साबित भी हो सकता है
Tether coin के फायदे
USDT फाइनेंशियल सपोर्ट के लिए कोई भी लाभ प्रदान करने का मौका नहीं देती है। tether काम की वजह से पारंपरिक मुद्राओं का एक उपयोगी विकल्प होता है। USDT के मुख्य लाभो में से एक लेनदेन में लगने वाले समय से संबंधित होता है। फॉरेन करेंसी के मामले में किए गए USDT डेबिट और क्रेडिट प्रोसेस से बहुत दिन लग जाते हैं, और समय को कुछ कारणों और कागजात की वजह से बढ़ाया जा सकता है, लेकिन जब tether से लेनदेन का प्रयोग करते हैं, वह कुछ मिनटों में ही पूरा किया जाता है।
USDT से एक फायदा ट्रांजैक्शन फीस का भी होता है। जब फॉरेन करेंसी $30 की एवरेज पीस का आदान प्रदान करती है। और आप की करेंसी सामान्य रूप से एक्सचेंज के द्वारा नहीं होती है, तो उसके ऊपर एक एक्स्ट्रा फीस लगा दी जाती है। tether के बीच में लेने के लिए भी इसमें कोई फीस नहीं लगती है इसी बात की वजह से यह और अधिक भरोसेमंद बनाती है।
USDT कि हमेशा स्टेबल रहती है। जबकि क्रिप्टो करेंसी को उनकी बढ़ती और गिरती कीमतों के लिए भी जाना जाता है। यह एक बहुत बड़ा फायदा होता है, कि बिटकॉइन या एथेरियम की कीमत को लेकर परेशान होने से uSDT बहुत अच्छा विकल्प होता है। इसमे आप अमेरिकी डॉलर की कीमत से चिंतित हो सकते हैं,क्योंकि यह आसानी से बहुत कम ज्यादा नहीं होते हैं।
Tether किस तरह खरीदते हैं?
आप tether करेंसी को बायनेंस, कुआँक, हुबोई और बिटपंडा जैसे सैकड़ों बेहतरीन क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज वेबसाइट पर एकाउंट बनाकर कोई भी आसानी से खरीद सकता हैं। Tether खरीदने की प्रक्रिया बहुत ही आसान सी होती है। आप यूएस डॉलर tether को अपने बैंक खाते के माध्यम से क्रेडिट कार्ड और बैंक ट्रांसफर सहित अलग पेमेंट सोर्स के द्वारा कुछ मुख्य एक्सचेंज पर भी खरीद सकते हैं, और अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।
Tether के नुकसान
USDT से संबंधित होने वाले मुख्य नुकसान में tether लिमिटेड के द्वारा यह प्रमाण देने में असमर्थ होने के कारण कि वह प्रत्येक टोकन यूएसडी के साथ 1:00 पर 1:00 के अनुपात में समर्थित है।
वास्तव में कंपनी ने इस तथ्य को प्रतिबंधित करने के लिए अपनी वेबसाइट पर इस बयान को पूरी तरह से बदल दिया है, और जारी कर दिया है कि प्रत्येक यूएसडीटी के लिए यूएसडी नहीं होता है, लेकिन tether के द्वारा तीसरे पक्ष को किए गए ऋण से संपत्ति या प्राप्य द्वारा इसको समर्पित किया जाता है। इसके अलावा आज बहुत कम एक्सचेंज होते है, जोकि यूएसडीटी सीधे यूएसडी के लिए ही परिवर्तनीय होते हैं और आप सीधे tether के माध्यम से ही जाना चाहते हैं तो आपको $100 K न्यूनतम होना जरूरी है।
Conclusion
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से what is tether how does it work? के बारे में जानकारी दी है। आप सभी जानते हैं कि आज के समय में डिजिटल मुद्रा बहुत ही प्रचलन में है, आज हमने आपको ऐसी ही एक क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हमारे द्वारा दी गई है सभी जानकारी पसंद आई होंगी। इससे जुड़ी अन्य किसी भी प्रकार की जानकारियां सुझाव के लिए आप हमारे कमेंट सेक्शन में जाकर कमेंट करके पूछ सकते हैं
FAQs
tether क्या है?
यह एक क्रिप्टो करेंसी होती है।
tether की शुरुआत कब हुई?
अप्रैल 2014 में।
tether को डिजिटल मार्किट में अन्य किस नाम से जानते हैं?
USDT
tether का शुरुआत में क्या नाम था?
रियल कॉइन