आज आप सब जानते हैं कि क्रिप्टो करेंसी किस तरह से सुर्खियों में बनी रहती है आज बिटकॉइन के बारे में तो सभी लोग बहुत अच्छे से जानते हैं लेकिन जिस कॉइन कि आज हम बात कर रहे हैं उसका नाम है litecoin।
यह वह वर्चुअल करेंसी है जिसको बिटकॉइन का छोटा भाई भी कहा जाता है इस क्रिप्टो कॉइन का आविष्कार 2011 में हुआ था यह peer to peer क्रिप्टो करेंसी में अपना बहुत ऊंचा मुकाम हासिल कर लिया है। यह एक डिजिटल मनी का ही एक प्रकार है जो अपने ट्रांजैक्शन को पूर्ण बनाने के लिए ब्लॉकचेन को उपयोग में लेता है जिससे कि आसानी से इसको पब्लिक लेजर पर मेंटेन कर सके।
litecoin का प्रयोग फण्ड ट्रांसफर करने के लिए इंडिविजुअल ओर बिजनेस के बीच ऐसा करने से किसी तरह की intermediary जैसे बैंक और पेमेंट प्रोसेसिंग सर्विस आदि के फीचर्स होने की वजह से litecoin बहुत पॉपुलर माना जाता है। आज हम आपको एक पोस्ट के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि आखिर ये लाइट कॉइन क्या होता है और यह बिटकॉइन से किस तरह से अलग माना जाता है इसको किस तरह खरीदते हैं इन सभी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं..
Litecoin क्या है?
आज क्रिप्टो करेंसी के मार्केट में अगर बिटकॉइन और XRP के बाद में सबसे अधिक पॉपुलर है, तो वह litecoin है। आज पूरी दुनिया में litecoin क्रिप्टो करेंसी पांचवे नंबर पर सामने आया है। लाइट कॉइन सभी दूसरे ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम के अंतर्गत ही काम करता है जैसे आप किसी भी ऑनलाइन बैंकिंग के द्वारा दूसरे किसी यूजर्स को पैसे भेजते हैं वैसे ही लाइट कॉइन में आप किसी भी दूसरे व्यक्ति को आसानी से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
जैसे कि आपकी पारंपरिक करेंसी को federal reserve बनाती है ठीक उसके अगेंस्ट लिटकॉइन किसी भी तरह की कोई इंस्टिट्यूशन नहीं बनाती है बल्कि इसके ट्रांजैक्शन ब्लॉक कि अगर गणना की जाए तो इसको आसानी से माइंन किया जा सकता है क्योंकि यह भी एक डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी मानी जाती है।
Litecoin का इतिहास
लाइट कॉइन को 7 अक्टूबर 2011 में charlie lee ने बनाया था चार्ली एक ex गूगल के एंप्लॉय रह चुके हैं। लाइट कॉइन को बिटकॉइन के एक कंप्लीमेंट के आधार पर ही बनाया था। जिससे कि सभी प्रॉब्लम्स को जैसे concentrated mining pool ओर ट्रांजैक्शन की टाइमिंग को सॉल्व आसानी से कर सकें।
लाइट को इनका कोड बिटकॉइन के कोड से ही लिया गया है। इसको चार्ल्स ली के द्वारा मॉडिफाई कर दिया गया था। इस बदलाव का कारण चार्ल्स बताते हैं कि इस कार्य को लार्ज स्केल पर एडॉप्शन करना चाहते थे इसलिए उन्होंने इसके प्रोटोकॉल को अपने तरीके से मॉडिफाई कर दिया था। चार्ली चाहते थे कि ब्लॉक कंफर्मेशन टाइमिंग को बहुत हद तक कम कर दिया जाए जिससे किसकी ज्यादा से ज्यादा मात्रा में ट्रांजैक्शन को कंफर्म कर दिया जाए इसीलिए चार्ल्स ने लाइट को इनकी ट्रांजैक्शन की स्पीड को बिटकॉइन के ट्रांजैक्शन स्पीड के मुकाबले 4 गुना और अधिक बढ़ा दिया था।
जब चार्ल्स ने लाइटकॉइन को लांच किया था तब GIThub मैं यह नौकरी करने वाले एकमात्र कर्मचारी थे सन 2011 से 2016 तक लाइटकॉइन में कोई फुल टाइम डेवलपर नहीं था। उसके बाद में warren togami जोकि वर्तमान लीड डेवलपर हैं। उन्होंने अपना योगदान दिया और 2016 में एक ओर डेवलपर्स alias ने भी “shaolibfry” ने बाद में आकर litecoin में अपना योगदान दिया। इशारे से धीरे-धीरे और डेवलपर भी इसमें अपना योगदान दे रहे हैं और लाइट कॉइन को बेहतर से बेहतर बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
Litecoin कितने है?
लाइट कॉइन एक ऐसी पहली करंसी है। जिसने बिटकॉइन की लिमिटेड सप्लाई को कम कर दिया है। 21 मिलियन बिटकॉइन के बारे में सबसे पहले लोगों को बताया गया था, इसलिए इस सप्लाई को 4 गुना बढ़ा दिया है। लाइट कॉइन की पूरी सप्लाई 84 मिलीयन यूनिट्स है।अभी के समय के अनुसार 53 मिलियन को माइनिंग कर लिया गया है, और 31 मिलियन यूनिट अभी भी माइन करने के लिए बाकी रह चुके हैं। 2.5 प्रतिमिनट में एक litecoin के ब्लॉक को माइन किया जा सकता है।
Litecoin की कीमत क्या है?
लाइट कॉइन की कीमत की अगर बात की जाए तो इसकी कीमत हमेशा घटती और बढ़ती रहती है। वैसे इसकी कीमत ₹16807 है। आज लाइटकॉइन दुनिया के टॉप क्रिप्टो करेंसी में पांचवें नम्बर पर अपनी जगह बना रखी हैं।
Litecoin वॉलेट
बिटकॉइन की तरह लाइटकॉइन के भी वॉलेट होते हैं जहां पर आप अपने खरीदे हुए लाइट को इनको स्टोर कर सकते हैं। इन सभी को डिजिटल वॉलेट भी कहा जाता है। यह वॉलेट मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं..
1.software Based wallet
2.Hardware Based Wallet
सॉफ्टवेयर क्वालिटी तुलना में हमेशा हार्डवेयर बेस्ट वॉलेट ज्यादा सेफ माने जाते हैं। सभी वालेट्स खोलने के लिए प्राइवेट keys की आवश्यकता पड़ती है। जिसकी मदद से ही आप सभी कॉइन को खरीद और बेच सकते हो।
वैसे अक्सर बहुत थे थर्ड पार्टी वॉलेट भी मौजूद होते हैं जिसमें electrum, loafwallet, litevault आदि। इसके अलावा अगर आप डेक्सटॉप चलाते हैं, तो लाइट कॉइन core को डाउनलोड करके इंस्टॉल कर सकते हो जिससे एक फुल fledged client के साथ से बनाया जाता है लाइट को इन डेवलपमेंट टीम के द्वारा उसको निरंतर अपडेट भी किया जाता है।
कैसे करे Litecoin का इस्तेमाल
लाइट कॉइन बिटकॉइन की तरह यह क्रिप्टो करेंसी है लेकिन यह बिल्कुल ही अलग तरह के प्रोटोकॉल को फॉलो करती है अगर हम लाइट को इनकी ऑफिशल वेबसाइट को देखते हैं तो वहां पर लाइट को इनके peer to peer internet करेंसी जिसमें इंसटैंटली आप किसी भी पेमेंट को भेज सकते हो और इसके चार्ज भी बहुत कम होते हैं। लाइट कॉइन करेंसी पूरी तरह से ओपन सॉर्स डिसेंट्रलाइज क्रिप्टो करेंसी मानी जाती है। यह क्रिप्टो ग्राफिक मैथ के आधार पर काम करती है। लाइट कॉइन को बिटकॉइन के साथ ही कंप्लीट करने के लिए नहीं बनाया गया, बल्कि उसका एक यह कंप्लीमेंट्री सॉल्यूशन भी माना जाता है। जिसको अल्टरनेट के हिसाब से काम में लेते हैं इसीलिए इसको क्रिप्टो करेंसी का सिल्वर भी कहते हैं।
Litecoin अन्य करेंसी से बिल्कुल अलग
क्या आप जानते हैं कि लाइट को एक अन्य करेंसी और से अलग क्यों माना जाता है आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि मुख्य रूप से तीन चीजें होती है जो विशेषकर लाइटकॉइन को बिटकॉइन से खास बनाती हैं..
1.speed – लाइट coin ओपन सोर्स कोड पर आधारित है बहुत से डिफरेंस के साथ यह बिटकॉइन के पीछे आता है लाइट को इनको क्रिप्टो करेंसी का सिल्वर भी कहा जाता है और बिटकॉइन को क्रिप्टोकरंसी का गोल्ड कहते हैं इन दोनों में मुख्य अंतर ट्रांजैक्शन स्पीड का होता है लाइटकॉइन में बिटकॉइन के मुकाबले ब्लॉक बनाना 4 गुना तेज होता है। किसकी वजह ट्रांजैक्शन को आसानी से वेरीफाई भी किया जा सकता है और भी बहुत सारे प्रोसेस की प्रोसेसिंग भी की जाती है।
2.number of coin –
क्रिप्टो करेंसी में इन की वैल्यू इतनी ज्यादा इसलिए होती है क्योंकि उनकी सप्लाई की एक लिमिट होती है बाद में जब यह खत्म हो जाती है तो एक बार में सभी कोइन्स को माइन कर दिया जाता है। जहां पर बिटकॉइन की लिमिट 21 मिलियन है वही लाइटकॉइन के लिए 84 मिलियन है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि को इसकी मात्रा में किस तरह से लाइट कॉइन bitcoin से बहुत आगे माना जाता है।
3.market cap
अगर मार्केट कैप की बात की जाए तो लाइट को इन बिटकॉइन की तुलना में बहुत ही का है लेकिन यह क्रिप्टोकरंसी के मार्केट में टॉप फाइव की पोजीशन में आता है इसकी रैंकिंग का फंक्शन होना उसके प्राइस और उसके कोइन्स के कैलकुलेशन में उसके ऊपर डिपेंड करता है।
Conclusion
आज आपको इस आर्टिकल के द्वारा what is litecoin, how does it work? इसके बारे में जानकारी दी है उम्मीद है आपको यह सब जानकारी पसंद आई होगी इससे और अधिक जानकारी या अन्य किसी प्रकार की जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट से जुड़े रह सकते हैं।
FAQs
litecoin क्या है?
यह क्रिप्टो करेंसी है
lite coin की शुरुआत कब हुई?
7अक्टूबर 2011
litecoin की bitcoin के मुकाबले ट्रांजैक्शन की स्पीड क्या है?
2.5 मिनट की litecoin व bitcoin का 10 मिनट पर ब्लॉक्
क्या यह एक डिसेंट्रलाइज्ड प्लेटफॉर्म पर कार्य करती है?
जी हां