आज हर इंसान के जीवन में पैसे की जरूरत पड़ती है। ऐसे में अगर सेविंग के रूप में व्यक्ति अपनी लाइफ का कोई भी इंश्योरेंस प्लान लेकर अपना इंश्योरेंस करवा ले तो उसको अपने ऊपर बढ़ रही जिम्मेदारियों और अपने जीवन के लक्ष्य को पूरा करने का एक सही रास्ता मिल जाता है।
ऐसे में आप होम लोन पर्सनल लोन जैसे जिम्मेदारियों के लिए भी आपको इंश्योरेंस की जरूरत तो पड़ती होगी। इंसुरेंस खरीदना हर किसी इंसान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में अगर आप सही इंश्योरेंस पॉलिसी का चुनाव करें, आपके लिए बहुत सही होता है। अपनी जरूरतों के अनुसार सही इंश्योरेंस पॉलिसी का चुनाव करना भी बहुत कठिन काम होता है, क्योंकि मार्केट में आज बहुत सारी इंश्योरेंस की कंपनियां होती हैं, जो अलग-अलग प्रकार के इंश्योरेंस करती हैं। हर इंश्योरेंस उत्पादन की अपनी अलग विशेषता होती है।
यह काम उस समय और मुश्किल गए हो जाता है जब अलग अलग इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से अलग अलग कॉल आती है और दावा करती है कि उनका उत्पादक अर्थात उनकी पॉलिसी अन्य कंपनियों से कितनी बेहतर है, ऐसे में किसी भी निर्णय तक पहुंचना बहुत मुश्किल हो जाता है।
आज हम जिस पॉलिसी की बात कर रहे हैं, उसका नाम है Term Plan इंश्योरेंस पॉलिसी। आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से टर्म इंसुरेंस प्लान क्या होता है, टर्म इंश्योरेंस प्लान की विशेषता है, टर्म इंश्योरेंस प्लान के फायदे व नुकसान के बारे में जानकारी, इसके लिए क्या-क्या एबिलिटी का होना जरूरी है,इन सभी बातों के बारे में आपको विस्तार से जानकारी दे रहे हैं…
टर्म प्लान क्या होता है?
आप सभी लोग जानते हैं इंश्योरेंस आज हर व्यक्ति के लिए कितना जरूरी होता है, अलग-अलग प्रकार के इंश्योरेंस व्यक्ति के लिए होते हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार कोई भी इंश्योरेंस प्लान लेकर करवा सकते हैं। टर्म इंश्योरेंस प्लान टर्म कवर देता है। आप एक निश्चित समय अवधि के लिए प्राप्त कर सकते हैं, इसके बदले के दौरान एक निश्चित प्रीमियम की राशि का भुगतान करना पड़ता है, यह जीवन बीमा पॉलिसी यदि टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी में दिए गए निर्देश की समय अवधि के दौरान बीमा करवाने वाले व्यक्ति की किसी कारणवश दुर्घटना मृत्यु हो जाती है।
ऐसे में जो नॉमिनीस वाला व्यक्ति है, उसको लोन की राशि मिलती है इसमे बीमा कंपनी को बीमा धारक व्यक्ति की मृत्यु का प्रमाण पत्र देना पड़ता है। जैसा कि वर्तमान समय में कोविड-19 वैश्विक महामारी की अनिश्चितता और पैसे की कमी के चलते यह सुनिश्चित करना और भी जरूरी हो गया कि आने वाले कल में आप अपने प्रिय जनों का किस तरह से ध्यान रख पाएंगे।
टर्म प्लान आपके इस तरह की वित्तीय सहायता प्रदान करने में मदद करता है। टर्म इंश्योरेंस प्लान भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण के अंतर्गत प्रमाणित होते हैं, और उनके द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के अंतर्गत ही यह सुनिश्चित भुगतान भी बीमा धारक व्यक्ति को देते हैं
टर्म इंश्योरेंस में इन्वेस्टमेंट करना
टर्म इंश्योरेंस एक ऐसी व्यापक परियोजना है क्योंकि किफायती मूल्य पर व्यापक कवरेज प्रदान करती है। बेस्ट टर्म इंश्योरेंस प्लान में आप एक छोटी सी राशि के इन्वेस्टमेंट से अपने परिवार के सिक्योरिटी के लिए बहुत बड़ी इन्वेस्टमेंट राशि का चयन कर लेते हैं आइए जानते हैं टर्म इंश्योरेंस प्लान में इन्वेस्ट करना क्यों जरूरी होता है…
1.परिवार की सुरक्षा के लिए – क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आपने टर्म इंश्योरेंस प्लान ले रखा है आप एकमात्र अपने परिवार में कमाने वाले हैं तो अगर आप नहीं होंगे तो आपके परिवार का क्या होगा। ऐसे में टर्म इंश्योरेंस प्लान व्यक्ति की जरूरत के समय में आर्थिक सहायता प्रदान करता है। टर्म इंश्योरेंस प्लान में लागत बहुत कम होती है और लाभ अधिक मिल जाता है। इससे व्यक्तिगत जीवन बहुत आसान हो जाता है।
2 फ्यूचर में किसी लक्ष्य के लिए – सभी व्यक्ति आज अपने जीवन में कुछ ना कुछ लक्ष्य को लेकर ही आगे बढ़ते हैं। ऐसे में अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए व्यक्ति को पैसे की जरूरत जरूर पड़ती है हम जब तक जीवित है तब तक ही धन कमा सकते हैं लेकिन टर्म प्लान की मदद से किसी भी बीमा धारक की मृत्यु के बाद में भी किसी भी प्रकार के लोन या अन्य उधार के लिए भी व्यक्ति उस कर्ज को लोन की राशि से चुका सकता है। अपने परिवार को सिक्योर करने के लिए टर्म इंश्योरेंस ही एकमात्र सरल उपाय होता है।
3. टैक्स बचत के लिए – टर्म इंश्योरेंस प्लान राइडर्स को जोड़कर अतिरिक्त लाभ प्रदान करते हैं। टर्म पॉलिसी के अंतर्गत आप एक्ट के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के अधिकारी होते हैं।
4. अतिरिक्त लाभ के लिए – टर्म प्लान में राइडर्स होते हैं वह सभी संभावित घटनाओं को इसमें कवर करते हैं। जैसे व्यक्तिगत दुर्घटना प्रीमियम छूट कोई भी गंभीर बीमारी इत्यादि।
5. कम कीमत में बड़ी बीमा राशि – टर्म इंश्योरेंस प्लान बहुत कम राशि में भी उपलब्ध होते हैं। इसके अलावा मिलने वाले इंश्योरेंस की राशि लाखों करोड़ों रुपए में होती है। मुख्य रूप से यह हमारे जीवन में मिल रही वेतन 20 से 25 गुना अधिक की राशि होती है। अगर किसी कारणवश दुर्घटना वर्षीय बीमा धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके द्वारा दिए गए नॉमिनी के नाम वाले व्यक्ति को बीमा की पूरी राशि मिल जाती है।
6.भुगतान में आसानी – जब टर्म इंश्योरेंस में भुगतान की बात आती है तो उसने हमको महीने, तिमाही, छमाही या साल भर में इस राशि को भरने के लिए प्रीमियम भुगतान मोड़ का चयन करना पड़ता है। ऐसे में आप अपनी सुविधा के अनुसार इन सभी मोड में से कोई एक चुन सकते हैं।
टर्म इंश्योरेंस की विशेषताएं
टर्म इंश्योरेंस की मुख्य विशेषताएं निम्न होती है
टर्म इंश्योरेंस में व्यक्ति की कम से कम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 65 वर्ष की होती है।
टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रकार के अनुसार 15 से 30 दिन की छूट की अवधि होती है।
टर्म इंश्योरेंस योजना सुनने के संदर्भ में एक लचीलापन प्रदान करता है आप सिंगल लाइफ या जॉइंट लाइफ के आधार पर प्लान चुन सकते हैं।
टर्म इंश्योरेंस में एकल भुगतान सीमित भुगतान नियमित भुगतान प्रीमियम का भुगतान दिया गया होता है।
व्यक्ति के पूरे जीवन के 25 से 65 वर्ष की आयु पर टर्म इंश्योरेंस क्लेम पॉलिसी के अनुसार अलग-अलग क्लेम पर मिलता है।
टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम की राशि आवेदक की उम्र तथा बीमित राशि के आधार पर दी जाती है।
किसी कारणवश पॉलिसी का रिवाइवल हो जाने पर भुगतान न किए जाने पर प्रीमियम की तारीख 2 वर्षों के अंतर नामांकन की सुविधा दी जाती है।
टर्न ओवर प्लान में भुगतान करने के लिए मासिक तिमाही, अर्धवार्षिक या वार्षिक बीमा धारक के ऊपर एक निश्चित समय में भरना पड़ता है।
टर्म इंश्योरेंस के अंतर्गत पॉलिसी का कवरेज पॉलिसी मैच्योर होने पर और मृत्यु के बाद तक का पूरा लाभ मिलता है।
टर्म इंश्योरेंस के प्रकार
टर्म इंश्योरेंस के अलग–अलग प्रकार होते हैं जिनकी जानकारी निम्न है
1. प्योर टर्म इंश्योरेंस प्लान – टर्म इंश्योरेंस को वेनिला प्लान भी कहते हैं यह एक बहुत ही सरल प्लान होता है यहां पर लाभार्थियों में लिखो योजना की अवधि के दौरान बीमा धारक की मृत्यु पर मोहन राशि बीमा की मिल जाती है हालांकि बीमा धारक को कोई पैसा नहीं मिलता है टर्म प्लान की अवधि के दौरान जीवित रहता है
2. रिटर्न ऑफ प्रीमियम प्लान – टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी के नियम और शर्तों के अनुसार सभी टर्म प्लान एक जैसे ही होते हैं इस प्लान में अगर बीमा धारक टर्म प्लान की अवधि के दौरान तक जीवित रहता है तो बीमा कंपनी के द्वारा दिए गए कुल प्रीमियम राशि को बीमा धारक को वापस कर दिया जाता है।
3. ग्रुप टर्म इंश्योरेंस प्लान – मुख्य रूप से यह प्लान कंपनियों के द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए लेते हैं इस प्लान में एक पॉलिसी ग्रुप के सभी सदस्यों को शामिल किया जाता है एक ग्रुप टर्म इंश्योरेंस प्लान सस्ता होता है ग्रुप टर्म इंश्योरेंस कंपनी के सभी सदस्यों को कवर करता है इस प्लान के अंतर्गत अधिक उम्र वाले कर्मचारी को शामिल नहीं किया जाता है।
4. डिक्रीजिंग टर्म इंश्योरेंस प्लान – इस प्लान के अंतर्गत बीमा धारक की व्यक्तिगत आवश्यकता के आधार पर समय के साथ व्यक्ति की बीमा की राशि घट जाती है उदाहरण के लिए यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि उसकी बचत और निवेश समय के साथ बढ़ेगा तो वह डिक्रीजिंग टर्म इंश्योरेंस प्लान का चुनाव कर सकता है।
5. इंक्रीजिंग टर्म इंश्योरेंस प्लान – यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि समय के साथ उनके परिवार को बढ़ती हुई महंगाई के चलते या फिर अन्य खर्चों को पूरा करने के लिए अधिक पैसों की आवश्यकता होगी तो वह इंक्रीजिंग इंश्योरेंस प्लान का चुनाव कर सकता है यहां पर गुजरते हुए हर साल के साथ बीमा की राशि बढ़ जाती है।
6. परिवर्तनीय टर्म इंश्योरेंस प्लांन – टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने में अगर बीमा धारक को नया प्लान देने की जरूरत महसूस होती है, तो वह कर्म इंश्योरेंस प्लान में ऐसा करने की स्वतंत्रता होती है। उदाहरण के लिए अगर एक्शन प्लान को सुनने के बाद में यदि बेईमान लेने वाला सरल प्लान को एडवांस प्लान में बदलना चाहता है तो वह ऐसा अपनी मर्जी से कर सकता है।
7. जॉइंट लाइफ इंश्योरेंस – अनेक टर्म प्लान को संयुक्त रूप से ले सकते हैं इसको ज्वाइन लाइफ इंश्योरेंस प्लान कहा जाता है उदाहरण के लिए बिजनेस पार्टनर में या पति पत्नी के साथ एक साथ लाइफ इंश्योरेंस का यह टाइम प्लान लिया जा सकता है इस मामले में अगर एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो दूसरे साथी को बीमा राशि मिल जाती है और योजना पहले की तरह ही कंटिन्यू कर सकते हैं। और अगर दूसरे व्यक्ति की भी किसी कारणवश मृत्यु हो जाती है तो जो नॉमिनी में इस पॉलिसी के अंदर नाम होता है उसको बीमा की राशि दी जाती है।
टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम
टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम वह पैसा होता है जो आप भी आप कवरेज प्राप्त करने के लिए किसी भी बीमा कंपनी के देते हैं बीमा योजना को सुनते समय एक महत्वपूर्ण बिंदु उसने मुख्य होता है। टर्म इंश्योरेंस के लिए दिए गए प्रीमियम मुख्य रूप से सस्ता माना जाता है। टर्म इंश्योरेंस खरीदने से पहले विभिन्न योजनाओं के प्रीमियम की तुलना करना जरूरी होता है। यह प्रीमियम केलकुलेटर उपयोग में ले कर भी कर सकते हैं।
यह प्रीमियम केलकुलेटर प्रीमियम को कैलकुलेट करने के लिए एक ऑनलाइन टूल होता है। हालाकी केलकुलेटर प्रीमियम राशि की जानकारी नहीं देता है सिर्फ अनुमान देता है, टर्म प्लान का प्रीमियम कैलकुलेशन के निम्नलिखित बिंदुओं पर निर्भर करता है –
टर्म इंश्योरेंस प्लान में कम उम्र के व्यक्ति कम प्रीमियम का भुगतान करते हैं यह राशि अधिक उम्र के साथ में बढ़ती जाती है।
अधिक बीमा राशि का मतलब अधिक प्रीमियम और कम बीमा राशि का मतलब कम प्रीमियम होता है पॉलिसी लंबी अवधि के लिए है तो इसका प्रीमियम अधिक होता है।
धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति की तुलना में धूम्रपान करने वाले व्यक्ति को अधिक प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है एक महिला के लिए प्रीमियम की तुलना में पुरुष के लिए प्रीमियम अधिक भरना होता है।
पहले से ही मौजूद किसी भी बीमारी है सेवन में जोखिम बढ़ जाता है जिसके परिणाम स्वरूप प्रीमियम की राशि बढ़ जाती है।
टर्म इंश्योरेंस के फायदे
इंश्योरेंस आज हर व्यक्ति के जीवन में बहुत फायदेमंद साबित होता है आइए जानते हैं टर्म इंश्योरेंस लेने के फायदे..
1. कम प्रीमियम राशि पर बड़े लाइफ कवर का उपलब्ध होना – अन्य किसी लाइफ इंश्योरेंस की तुलना में टर्म इंश्योरेंस प्लान व्हाट्सएप का होता है इसके पेनियम रात्रि बहुत कम होती है कि एक सामान्य आदमी भी इस को आसानी से बहन कर लेता है।
2 समझने में काफी आसान – टर्म इंश्योरेंस किसी भी जीवन बीमा या जीवन कवर प्लान से अच्छा होता है इसमें किसी भी प्रकार की कोई खुशी हुई शर्तें नहीं होती है टर्म इंश्योरेंस प्लान आपके जीवन को एक निश्चित समय के लिए कवर करता है टर्म प्लान में कोई निवेश घटक नहीं है इसीलिए इसको समझना आसान होता है।
3. मल्टीपल डेथ बेनिफिट पेआउट ऑप्शन – टर्म इंश्योरेंस प्लान आप की असमय मृत्यु पर आपके परिवार या आपके आशिकों पर किसी भी प्रकार का कोई आर्थिक संकट नहीं आने देता है। इसके अलावा आपकी अनुपस्थिति में आपके द्वारा चुकाई गई प्रीमियम की ईएमआई या कर्ज की राशि पर नाम से मिलने वाली एकमुश्त राशि के द्वारा चुकाई जा सकती है बीमा कंपनी टर्म प्लान की एकमुश्त राशि को एक मासिक आय के रूप में आप की डेथ के बाद आपके परिवार को दे देते हैं।
4. इनकम टैक्स में लाभ – टर्म प्लान लेने पर आपको टैक्स कटौती क्या भी फायदा मिल जाता है इसके अलावा आपके परिवार को मिलने वाली एकमुश्त राशि में में फायदा मिलता है। आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के अंतर्गत टर्म इंश्योरेंस में भुगतान किए गए प्रीमियम पर एक कटौती के लिए पात्र हैं आयकर अधिनियम की धारा 10डी के अंतर्गत सीमा में मृत्यु लाभ के रूप में बीमा राशि टेक्स्ट छुट के लिए पात्र हैं।
5 गंभीर बीमारी के लिए कवरेज – जीवन में कभी भी किसी भी बड़ी बीमारी की वजह से आपकी सारी बचत बीमारी के इलाज में खर्च हो जाती है ऐसे में आप अपने जीवन का निर्वाह नहीं कर सकते हैं शर्म से लाल में ऐड ऑन राइडर जैसे विकल्प भी शामिल होते हैं इनमें आप अपनी पॉलिसी के द्वारा कवर की गई राशि से बीमारी ग्रसित होने की स्थिति में इलाज के लिए सहायता राशि ले सकते हो।
निष्कर्ष
टर्म इंश्योरेंस प्लान जीवन की अस्थिरता के बीच में आपके परिवार वालों के लिए आपके जाने के बाद किसी वरदान से कम नहीं होता है।
टर्म इंश्योरेंस प्लान लेने से पहले आप उसकी पॉलिसी और उसके प्रीमियम के बारे में अच्छे से जानकारी ले उसके बाद में ही आप इस प्लान को खरीदें आज हमने इस आर्टिकल के द्वारा टर्म इंश्योरेंस प्लान के बारे में पूरी जानकारी दी है उम्मीद है आपको हमारे द्वारा दी गई सभी जानकारी पसंद आई होगी इससे जुड़ी हुई अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए आप हमारे कमेंट सेक्शन में जाकर कमेंट करके पूछ सकते हैं।
FAQs
टर्म प्लान क्या होता है?
लाइफ इंश्योरेंस का एक प्रकार होता है.
टर्म इंश्योरेंस प्लान आयकर अधिनियम सिम कौन सी लिस्ट में शामिल है?
आयकर अधिनियम 1960 एक्ट 80c
टर्म इंश्योरेंस कितने प्रकार के होते हैं?
सात प्रकार के
टर्म इंश्योरेंस लेने के लिए व्यक्ति की आयु कितनी होनी चाहिए?
18 से 75 वर्ष की
क्या टर्म प्लान के अंतर्गत कोई राइडर भी उपलब्ध होते हैं?
जी हां
क्या शर्म इंश्योरेंस का लाभ n.r.i. भी ले सकते हैं?
जी हां