AR Rahman का रिमिक्स और AI के प्रति रुख: संगीत के भविष्य को लेकर जताई चिंता

By Khushboo Parveen - Intern 39 Views
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(Image Source: Social Media Sites)

संगीत की दुनिया में रिमिक्स का चलन कोई नया नहीं है; इसकी शुरुआत 90 के दशक में हुई थी। लेकिन बीते कुछ सालों में यह ट्रेंड तेजी से बढ़ा है, जहाँ महज 5-6 साल पुराने गानों को भी रिमिक्स किया जा रहा है। मशहूर संगीतकार AR Rahman ने हाल ही में इस मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी है। Rahman का मानना है कि बिना permission के किसी गाने को recreate या remix कर के नए गीत में शामिल करना अनुचित है। उन्होंने The Week को दिए गए एक इंटरव्यू में बताया, “आप किसी फिल्म के गाने को उठाकर दूसरी फिल्म में डाल नहीं सकते, यह कह कर कि आप इसे reimagine कर रहे हैं।” Rahman का कहना है कि ऐसे reimagined गाने social media के लिए ठीक हो सकते हैं, लेकिन commercially उनका इस्तेमाल सही नहीं है।

रिमिक्स का ट्रेंड और Rahman का दृष्टिकोण

Rahman के कई गानों को पिछले कुछ सालों में remix किया गया है, जिसमें सबसे प्रसिद्ध उदाहरण “हम्मा हम्मा” (फिल्म Bombay) है, जिसे 2017 में फिल्म OK Jaanu में “द हम्मा सॉन्ग” के रूप में पेश किया गया। हालाँकि OK Jaanu के लिए Rahman ने ही संगीत दिया था, लेकिन इस remix में उनका कोई योगदान नहीं था। Rahman का मानना है कि remix या reimagined गानों को prominence देने से मौलिकता प्रभावित होती है और कलाकार की मेहनत की अवहेलना होती है।

संगीत में AI का प्रभाव: AR Rahman की चिंताएँ

Rahman के लिए संगीत में AI का उपयोग एक बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने इसे “बड़ा खतरा” बताते हुए कहा कि AI का गलत तरीके से उपयोग करना और मूल कलाकारों को credit या payment न देना एक गंभीर ethical मुद्दा बन सकता है। Rahman ने कहा, “AI का गलत उपयोग लोगों की jobs छीन सकता है और संगीत industry में अनैतिकता को बढ़ावा दे सकता है।” उनका मानना है कि इस समस्या को हल करना जरूरी है, अन्यथा संगीत उद्योग को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

Rahman की हालिया और आगामी परियोजनाएँ

AR Rahman ने हाल ही में तमिल फिल्म “Rayan” और इम्तियाज़ अली की “Amar Singh Chamkila” में संगीत दिया है, जिसे दर्शकों और समीक्षकों से खूब सराहना मिली है। उनकी आगामी परियोजनाओं में “Chhava” और “Thug Life” शामिल हैं, जो कि संगीत प्रेमियों के लिए एक और बेहतरीन अनुभव साबित हो सकते हैं।

निष्कर्ष

AR Rahman का यह दृष्टिकोण न केवल संगीत की मौलिकता को बनाए रखने की अपील है, बल्कि कलाकारों के अधिकारों की रक्षा के प्रति भी एक कदम है। उनके अनुसार, बिना अनुमति के किसी अन्य कलाकार की शैली को अपनाना या AI का गलत प्रयोग करना संगीत जगत के लिए घातक हो सकता है। Rahman का मानना है कि मौलिकता और नैतिकता को बनाए रखना ही संगीत का सही भविष्य सुनिश्चित कर सकता है।

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