भारतीय फिल्मों में 70 और 80 के दशक में जैसे-जैसे फिल्मों का बजट और स्तर बढ़ा, अभिनेताओं की फीस भी बढ़ती गई। इस दौर में अमिताभ बच्चन ने अपने सुपरस्टारडम के चरम पर, एक फिल्म के लिए ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹50 लाख तक चार्ज करना शुरू किया था। उस समय तक बच्चन भारतीय सिनेमा के सबसे महंगे अभिनेता बन गए थे। लेकिन 90 के दशक में उनके इस राज का अंत एक ऐसे अभिनेता ने किया, जो साउथ फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक रखता था।
चिरंजीवी: पहले भारतीय अभिनेता जिन्होंने ₹1 करोड़ फीस ली
1992 में तेलुगू सुपरस्टार चिरंजीवी ने फिल्म ‘आपद्बंधवुडु’ के लिए ₹1.25 करोड़ की फीस ली, जिससे वे भारतीय सिनेमा में ₹1 करोड़ चार्ज करने वाले पहले अभिनेता बन गए। उस समय अमिताभ बच्चन अभिनय से ब्रेक पर थे, और उनकी अनुपस्थिति में चिरंजीवी सबसे महंगे भारतीय अभिनेता बन गए। वहीं राजनीकांत, कमल हासन, और सनी देओल जैसे बड़े सितारे भी ₹60-80 लाख प्रति फिल्म चार्ज कर रहे थे।
90 के दशक में ₹1 करोड़ क्लब का विस्तार
चिरंजीवी के बाद, 1994 में कमल हासन और राजनीकांत भी ₹1 करोड़ चार्ज करने वाले अभिनेताओं में शामिल हो गए। इसके बाद 1996 में अमिताभ बच्चन ने एक्टिंग में वापसी की और वे बॉलीवुड के पहले ऐसे अभिनेता बने जिन्होंने ₹1 करोड़ प्रति फिल्म चार्ज किया। उसी साल श्रीदेवी पहली महिला अभिनेत्री बनीं जिन्होंने एक फिल्म के लिए ₹1 करोड़ की फीस ली।
चिरंजीवी का सुनहरा दौर
90 के दशक में चिरंजीवी ने तेलुगू इंडस्ट्री में एक के बाद एक 14 हिट फिल्में दीं और इंडस्ट्री में ‘मेगास्टार’ की उपाधि प्राप्त की। 2000 के दशक में उन्होंने ‘इंद्र’ जैसी हिट फिल्म दी, जिससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ गई। 2008 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा, लेकिन 2017 में ‘खैदी नं 150’ और ‘सई रा नरसिम्हा रेड्डी’ जैसी हिट फिल्मों के साथ जबरदस्त वापसी की।
चिरंजीवी का आज का स्टारडम और आने वाली फिल्में
आज भी, 69 साल की उम्र में, चिरंजीवी तेलुगू सिनेमा के टॉप स्टार्स में से एक हैं और रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे एक फिल्म के लिए करीब ₹40 करोड़ चार्ज करते हैं। उनके फैंस उनकी आने वाली फैंटेसी फिल्म ‘विष्वम्भरा’ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जिसमें उनके साथ त्रिशा, मीनाक्षी चौधरी, और कुणाल कपूर भी नजर आएंगे। निर्देशक मल्लीदी वसिष्ठ की इस फिल्म को संक्रांति वीकेंड पर, 10 जनवरी 2025 को रिलीज किया जाएगा।
निष्कर्ष
चिरंजीवी ने साउथ इंडस्ट्री में सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक लीजेंड के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उनकी मेहनत और टैलेंट ने उन्हें भारतीय सिनेमा के इतिहास में खास स्थान दिलाया है।