सनी देओल की ‘गदर 2’, जो 2023 में सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी, ने बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार प्रदर्शन किया था। अब इस फिल्म के निर्माता-निर्देशक अनिल शर्मा ने गदर फ्रेंचाइजी को लेकर एक महत्वपूर्ण अपडेट दिया है, जिसे सुनकर सनी देओल के फैंस बेहद खुश हो जाएंगे।
गदर 3 पर अनिल शर्मा का बयान
जब 2001 में एक्शन-ड्रामा ‘गदर’ सिनेमाघरों में आई थी, तो उसने सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित कर दिए थे। दर्शक ट्रक और बैलगाड़ी में बैठकर भी यह फिल्म देखने पहुंचे थे। इस फिल्म में सनी देओल और अमीषा पटेल मुख्य भूमिकाओं में थे। इसके 22 साल बाद, फिल्म के सीक्वल ‘गदर 2’ ने सिनेमाघरों में दस्तक दी और दर्शकों से जबरदस्त प्यार पाया। इसी बीच, गदर फ्रेंचाइजी के निर्माता अनिल शर्मा ने ‘गदर 3’ को लेकर एक अपडेट साझा किया है।
गदर फ्रेंचाइजी पर अनिल शर्मा का क्या कहना है?
अनिल शर्मा ने कहा कि ‘गदर 3’ में भी सुपरस्टार सनी देओल नजर आएंगे, जैसे ‘गदर’ और ‘गदर 2’ में दिखे थे। न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए शर्मा ने कहा, “हमने ‘गदर 3’ पर काम शुरू कर दिया है। जब फिल्म से जुड़ी सारी तैयारी हो जाएगी, तब हम इसे साझा करेंगे। फिलहाल इसमें थोड़ा समय लगेगा। ‘गदर 2’ को बनने में 20 साल लगे थे।”
2023 की 5वीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म
उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि ‘गदर 3’ “गदर: एक प्रेम कथा” और “गदर 2” की तुलना में भावनात्मक रूप से और भी अधिक प्रभावशाली हो। ‘गदर 2’ 2023 की पांचवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म और अब तक की आठवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म है।
गदर 3 की स्क्रिप्ट का इंतजार
शर्मा ने कहा, “गदर 3 तब आएगी जब स्क्रिप्ट पूरी हो जाएगी। मुझे लगता है कि यह सिर्फ भावनाओं का सैलाब नहीं बल्कि भावनाओं का एटम बम होगा।”
पहले दो भागों में सनी देओल ने तारा सिंह का प्रतिष्ठित किरदार निभाया था। उनके साथ अमीषा पटेल थीं, जिन्होंने सकीना का किरदार निभाया था, और उत्कर्ष शर्मा ने उनके बेटे की भूमिका निभाई थी।
क्या सनी देओल गदर 3 का हिस्सा होंगे?
इस सवाल पर फिल्म निर्माता ने कहा, “मेरा मानना है कि कहानियों का सिलसिला जारी रहना चाहिए। मैं कहानी को आगे बढ़ाना चाहता हूं।” 2001 में रिलीज़ हुई ‘गदर: एक प्रेम कथा’ भारत के विभाजन के समय की एक दुखद प्रेम कहानी थी, जिसमें तारा सिंह नामक एक ट्रक ड्राइवर को सकीना नाम की एक पाकिस्तानी लड़की से प्यार हो जाता है। दूसरी किस्त 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सेट की गई थी, जिसमें तारा सिंह अपने बेटे जीते को बचाने के लिए पाकिस्तान लौटता है, जिसे पाकिस्तान के अधिकारियों ने कैद कर लिया था।