मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक के बाद एक हरासमेंट के मामले सामने आ रहे हैं। मलयालम सिनेमा की एक अभिनेत्री ने हाल ही में एम. मुकेश और कुछ अन्य प्रमुख अभिनेताओं पर गंभीर आरोप लगाए, जिससे इंडस्ट्री में हलचल मच गई है। यह इंडस्ट्री पहले से ही न्याय की मांग और दुर्व्यवहार के मामलों से जूझ रही थी, और अब नई चुनौतियाँ सामने आ रही हैं।
विरोध और कार्रवाई की मांग
अभिनेत्री द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद युवा मोर्चा और महिला कांग्रेस के कार्यकर्ता सक्रिय हो गए और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि विधायक एम. मुकेश के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
जांच की जरूरत
इसी बीच अभिनेता मनियप्पिला राजू (Maniyanpilla Raju) ने निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, उनमें से निर्दोष और दोषी दोनों हो सकते हैं, इसलिए जांच जरूरी है। यह घटना ठीक एक दिन बाद सामने आई जब फिल्म निर्देशक रंजीत (Ranjith) और अभिनेता सिद्दीक (Siddique) ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया।
सरकार का कदम और आगे की दिशा
लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों के कारण मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसी के चलते मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने हाल ही में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय बैठक की और महिला अभिनेताओं के खिलाफ अत्याचार की जांच के लिए 7 सदस्यों की एक विशेष टीम का गठन किया है।
इन कदमों से उम्मीद है कि फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकी जा सकेगी।