कंगना रनौत ने की Online Content की Censorship की मांग, कहा – इससे बढ़ रहा है महिलाओं का Objectification

By Khushboo Parveen - Intern
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(Image Source: Social Media Sites)

बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत, जो अपने बेहतरीन अभिनय और बेबाक बयानों के लिए जानी जाती हैं, ने फिल्म इंडस्ट्री में लगभग 20 साल बिताए हैं। इस दौरान उन्होंने इंडस्ट्री में हुए कई बदलावों को बहुत करीब से देखा है। पहले जहां अधिकतर फिल्में पारिवारिक ड्रामा, एक्शन, और रोमांस पर आधारित होती थीं, वहीं अब फिल्मों की कहानियां केवल इन्हीं विषयों तक सीमित नहीं हैं। कंगना ने कहा है कि अब हिंदी सिनेमा में अधिक विविध विषयों पर फिल्में बन रही हैं, जैसे कि सामाजिक मुद्दों, सच्ची घटनाओं, और देशभक्ति पर आधारित फिल्में।

ये सभी परिवर्तन समय के साथ दर्शकों की बदलती पसंद की वजह से हुए हैं, क्योंकि आज के समय में लोग अपने आसपास की घटनाओं और माहौल पर आधारित फिल्मों को देखना पसंद करते हैं। कंगना ने खुद भी ऐसी फिल्मों में काम किया है, जैसे “मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी” और “क्वीन”।

मनोरंजन की दुनिया में आए नए बदलावों के कारण ओटीटी प्लेटफॉर्म्स जैसे Disney+ Hotstar, Netflix, और Amazon Prime ने कंटेंट क्रिएटर्स को अधिक स्वतंत्रता और नए अवसर दिए हैं। इन प्लेटफॉर्म्स ने निर्माताओं को विभिन्न क्षेत्रों, भाषाओं, और संस्कृतियों की कहानियों को बड़े स्तर पर दर्शकों तक पहुँचाने का मौका दिया है। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की वजह से निर्माता बिना ज्यादा पाबंदियों के अपनी कहानियों को दर्शकों तक पहुँचाने में सक्षम रहे हैं।

हालांकि, कंगना रनौत ने इस बात पर जोर दिया है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर सेंसरशिप की कमी का बुरा प्रभाव भी हो सकता है, खासकर कम उम्र के बच्चों पर, जो कि उचित नहीं है। इसलिए, उन्होंने सुझाव दिया है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट रिलीज करते समय कुछ नियम और कानूनों का पालन किया जाना चाहिए, ताकि दर्शकों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ मनोरंजन का माहौल बनाया जा सके।

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