‘IC-814 द कंधार हाइजैक’ सीरीज अगस्त में नेटफ्लिक्स में रिलीज हुई थी, जिसने सभी लोगो को दुबारा से अतीत में लेजाकर छोड़ दिया है। विजय वर्मा और पत्रलेखा स्टारर वेबसरीज ‘IC-814 द कंधार हाइजैक’ अनुभव सिन्हा ने डायरेक्ट की है, भीड़ और थप्पड़ जैसी चर्चित फिल्मों के भी डायरेक्टर रह चुके हैं।
हालांकि जबसे यह सीरीज रिलीज हुई है, तबसे ही इस पर कई विवाद शुरू हो गए है। ‘IC-814’ के अंदर दिखाए गए आतंकवादियों के कैरेक्टर का नाम बदलने और उन्हें हिंदू नाम से बुलाने से लोगों ने नाराज़गी जताई है।
24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस के विमान का अपहरण करके उसे अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था। इस विषय पर कई फिल्में बन चुकी हैं। हालांकि किसी भी फिल्म में इंडियन एयरलाइंस, कंधार और मौलाना मसूद अजहर का नाम नहीं लिया गया था। अनुभव सिन्हा ने ‘IC-814’ में प्लेन हाइजैक से लेकर अपहरण के सात दिनों तक विमान में सवार यात्रियों द्वारा झेली गई तकलीफ और त्रासदी को बखूबी दिखाया है।
वैसे तो कई मूवी बनाई जाती है जिनमें कहानी सिर्फ फिल्म के मैन लीड में ही फोकस किया जाता है। लेकिन अनुभव सिन्हा ने इस बात का खास ध्यान रखा है कि हाइजैक के दौरान जितने भी पायलट और एयर होस्टेस प्लेन में मौजूद थे, उन सबकी कहानी को उन्होंने दुनिया तक पहुंचाया जाए। विजय वर्मा द्वारा निभाए गए शरण देव के किरदार से लेकर पत्रलेखा के ‘इंद्राणी’ और दीया मिर्जा के ‘शालिनी चंद्रा’ छाया और विजय भवन सिंह, इस सीरीज का हर किरदार आपको असलियत के नजदीक लेकर जाता है।
‘IC-814’ में सिर्फ कंधार हाइजैक की घटना को ही हाइलाइट नहीं किया गया, बल्कि पत्रकारिता के मापदंडों के बारे में भी बताया गया है। नंदिनी नाम की रिपोर्टर की खबरों को उसकी संपादक शालिनी क्यों नहीं छापती है। उसके पीछे क्या कारण बताए जाते हैं। यह सब इस वेबसीरीज में दिखाया गया है। ‘IC-814’ का स्क्रीन प्ले त्रिशांत श्रीवास्तव ने लिखा है।
इस वेब सीरीज में रियलिटी पर आधारित कहानी को यूं ही नहीं परोसा गया है। कहानी में दम भरने और सच्चाई से जोड़ने के लिए 1999 में भारत सरकार के मंत्रियों, एनएसए और अधिकारियों के बयानों के वीडियो फुटेज भी दिखाए गए हैं। विमान अपहरण के दौरान के कई असली फुटेज भी इस्तेमाल किए गए हैं। केवल छह एपिसोड की इस वेब सीरीज को इस तरह से बनाया गया है, जिससे कि आप अंतिम एपिसोड तक इसे देखते रहेंगे।