भारतीय fashion designer और actress मसाबा गुप्ता ने अक्सर अपने professional और personal जीवन में आने वाली चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की है। हाल ही में, उन्होंने खुलासा किया कि आज भी उन्हें racial और sexist टिप्पणियों का सामना करना पड़ता है। मशहूर YouTube channel host फे डीसूज़ा के साथ एक साक्षात्कार में, मसाबा ने बताया कि कैसे एक व्यक्ति ने उनकी तुलना दिवंगत actor ओम पुरी से की।
Body Shaming और रंगभेद का सामना
मसाबा ने बताया कि जब भी वह किसी shoot के दौरान थोड़ी fair दिखती हैं, तो लोग पूछने लगते हैं कि उनकी skin इतनी fair कैसे है। उन्होंने कहा, “यह lighting का कमाल होता है, और कई बार filter लगाने से चेहरा अलग दिखता है।” उन्होंने यह भी बताया कि एक बार किसी ने कहा, “तुम्हारी skin तो ओम पुरी जैसी है।“ इस तरह की टिप्पणियों के बारे में बात करते हुए, मसाबा ने कहा, “ओम पुरी जैसे महान कलाकार के बारे में सिर्फ उनके acting की चर्चा होनी चाहिए, न कि उनकी skin की।”
मसाबा का यह कहना है कि लोग उनकी skin की बनावट और दाग-धब्बों पर ध्यान देते हैं, जबकि उनके लिए सफलता की असली पहचान उनके काम से होनी चाहिए। उनका कहना है कि शायद आने वाले सालों में लोग उनकी skin के बजाय उनके काम को प्राथमिकता देंगे।
मसाबा गुप्ता की Personal Life
मसाबा गुप्ता मशहूर cricketer सर विवियन रिचर्ड्स और Bollywood की दिग्गज actress नीना गुप्ता की बेटी हैं। मसाबा ने 2015 में film producer मधु मंटेना से शादी की थी, लेकिन 2019 में दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद January 2023 में उन्होंने actor सत्यदीप मिश्रा से शादी की और April 2024 में इस जोड़े ने अपनी पहली संतान के आने की घोषणा की।
Acting में मसाबा की पहचान
मसाबा ने अपनी ज़िंदगी पर आधारित web series ‘Masaba Masaba’ (2020-2022) में खुद का किरदार निभाया। इसके साथ ही वह ‘Modern Love: Mumbai’ (2022) में भी नजर आईं। इसके अलावा, मसाबा ने 2019 में ‘MTV Supermodel of the Year’ में judge के रूप में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
मसाबा का संघर्ष और Success का संदेश
मसाबा गुप्ता की कहानी उन लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो racial discrimination, body shaming, और समाज की नकारात्मक धारणाओं का सामना कर रही हैं। उनके संघर्ष से यह स्पष्ट होता है कि सफलता का मार्ग कठिनाइयों से भरा होता है, लेकिन मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर हर चुनौती को पार किया जा सकता है। मसाबा का यह कहना है कि उनका संघर्ष सिर्फ अपनी skin या रंग के बारे में नहीं है, बल्कि अपने काम से दुनिया को कुछ नया और सकारात्मक दिखाने का है।